यूरोपीय संघ ने गूगल और मेटा (फेसबुक) के बीच हुए ऑनलाइन डिस्प्ले विज्ञापन सेवा के एक समझौते की जांच शुरू की है। इसके जरिए एंटीट्रस्ट नियामक यह पता लगाएगा कि कंपनियों ने कहीं संघ के प्रतिस्पर्धा नियमों का उल्लंघन तो नहीं किया है।
यूरोपीय आयोग के मुताबिक, यह जांच 2018 के जेडी ब्लू समझौते पर केंद्रित होगी। आयोग का मानना है कि जेडी ब्लू विज्ञापन तकनीक की अन्य कंपनियों को बाजार से बाहर करते हुए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खत्म कर सकता है। यूरोप के एंटीट्रस्ट प्रमुख मार्ग्रेथे वेस्टागर ने एक बयान में कहा, यह समझौता मेटा और गूगल से प्रतिस्पर्धा करने वाली विज्ञापन तकनीक सेवाओं को खत्म करने का एक प्रयास हो सकता है। इससे प्रकाशकों और उपभोक्ताओं को नुकसान होगा।
दोनों कंपनियों ने किया अपना बचाव
खुद फेसबुक और गूगल ने अपने समझौते का बचाव किया है। गूगल ने कहा, उन पर लगे आरोप सरासर गलत हैं। जेडी ब्लू करार एक सार्वजनिक दस्तावेज है और प्रतिस्पर्धा का पक्षधर है, जिसमें फेसबुक ऑडियंस नेटवर्क (एफएएन) के अलावा दर्जनों अन्य कंपनियां भी मुक्त बोली कार्यक्रम में भाग ले सकेंगी। वहीं, फेसबुक ने भी सफाई देते हुए कहा है कि गूगल के साथ इस समझौते से विज्ञापन लगाने में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।