विश्व

जुड़वां भाई बने लड़कियां: लड़कों की तरह नहीं कर पाते थे फील...ट्रांसजेंडर सेंटर में कराई सर्जरी

Admin2
25 Feb 2021 3:39 PM GMT
जुड़वां भाई बने लड़कियां: लड़कों की तरह नहीं कर पाते थे फील...ट्रांसजेंडर सेंटर में कराई सर्जरी
x

ब्राजील में रहने वाले दो जुड़वां भाइयों ने अपनी पूरी जिंदगी में ज्यादातर चीजें साथ ही की हैं और दोनों ने साथ ही ट्रांसजेंडर ऑपरेशन भी कराकर रिकॉर्ड कायम किया है. 19 साल के ये दोनों जुड़वां भाई जेंडर सर्जरी कराने के बाद लड़कियां बन चुके हैं. मायला और सोफिया का कहना है कि वे बचपन से ही लड़कों की तरह फील नहीं कर पाते थे और इसलिए उन्होंने यह ऑपरेशन कराने का फैसला लिया. ब्राजील के दक्षिण-पूर्वी शहर ब्लूमेनो में स्थित एक ट्रांसजेंडर सेंटर से दोनों ने अपनी सर्जरी कराई है. इस सेंटर के डॉक्टर जोसे कार्लोस का कहना है कि ये दुनिया का पहला ऐसा रिपोर्टेड केस है, जब जन्म से जुड़वां दो भाइयों ने सर्जरी के बाद लड़की बनने का फैसला किया. इस सर्जरी के एक हफ्ते बाद दोनों ने एएफपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में अपने अनुभव साझा किए.

मायला जो अर्जेंटीना में मेडिसिन की पढ़ाई कर रही हैं, उन्होंने कहा- मुझे हमेशा से ही अपना शरीर अच्छा लगता था लेकिन मैं लड़का होकर बहुत असहज फील करती थी. मायला और सोफिया ने ये भी बताया कि कैसे उन दोनों ने सेक्शुएल हैरेसमेंट, हिंसा और बुली जैसी स्थितियों में एक-दूसरे को सपोर्ट किया है. साओ पॉलो में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली सोफिया का कहना है कि ब्राजील में ट्रांसफोबिया बहुत ज्यादा है. लोग यहां ट्रांसजेंडर्स को काफी बुली करते हैं. गौरतलब है कि नेशनल एसोसिएशन ऑफ ट्रांससेक्शुएल्स के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल ब्राजील में 175 लोग मारे गए थे जो बाकी कई देशों की तुलना में बेहद ज्यादा है.

सोफिया ने कहा कि हमारे फैसले को लेकर पेरेंट्स हमेशा सपोर्टिव रहे हैं लेकिन उन्हें इस बात का डर सताता था कि लोग हमारा भद्दा मजाक उड़ा सकते हैं और हमें हैरेस करने की कोशिश कर सकते हैं. मेरे दादा जी ने इस सर्जरी के लिए पैसा दिया है. 20 हजार डॉलर्स की इस सर्जरी के लिए उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी बेची थी. गौरतलब है कि सोफिया और मायला की मां उन्हें काफी सपोर्ट करती रही हैं. 43 साल की स्कूल सेक्रेटरी लूसिया डा सिल्वा ने बताया कि मुझे हमेशा से लगता था कि मेरे बेटे परेशान हैं और मैं उन्हें लड़कियों की तरह ही ट्रीट करती थी क्योंकि तब वे काफी खुश रहते थे. मायला और सोफिया ने अपनी मां को एक मजबूत सपोर्ट बताया.

Next Story