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एपस्टीन यौन शोषण मामले में गिलैन मैक्सवेल दोषी करार, अब हो सकती है 40 साल की कैद

Neha Dani
30 Dec 2021 6:37 AM GMT
एपस्टीन यौन शोषण मामले में गिलैन मैक्सवेल दोषी करार, अब हो सकती है 40 साल की कैद
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किशोरावस्था की मुश्किलों के बारे में बात करतीं और उनसे हमदर्दी जतातीं और लालच दिलातीं के एपस्टीन अपनी अकूत दौलत से उनके सपने पूरा करेगा।

ब्रिटिश महिला गिलेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) को किशोरावस्था की लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका यौन शोषण करवाने के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। मैक्सवेल नाबालिग बच्चियों को अमेरिकी अरबपति जेफ्री एपिस्टीन (Jeffrey Epstein) के पास भेजा करती थी। एक महीने की सुनवाई में अमेरिकी अदालत ने मैक्सवेल को यौन अपराध का दोषी पाया और कड़ी सजा दी। एपस्टीन ने 2019 में खुदकुशी कर ली थी। मैक्सवेल कभी उसकी गर्लफ्रेंड हुआ करती थी जो बाद में एक एंप्लॉयी की भूमिका में आ गई।

1990-2000 के दशक का मामला
बहरहाल, अदालत में चार पीड़ित महिलाओं ने 1990 और 2000 के शुरुआती दशक में अपने शारीरिक शोषण की दास्तां बताई। उन्होंने बताया कि मैक्सवेल किस तरह 14 साल की लड़कियों को भी बहलाकर एपस्टीन के फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क और न्यू मैक्सिको वाले महलों में भेजा करती थी। वकीलों ने अदालत में मैक्सवेल के खिलाफ पूरे पांच दिनों तक दलील दी और सबूत पेश किए। फैसला पढ़े जाते वक्त काले रंग का मास्क पहने मैक्सवेल अपने भाई-बहनों के साथ अदालत में मौजूद थी।
सेक्स ट्रैफिकिंग की दोषी मानी गई मैक्सवेल
अदालत को इस बात के पक्के सबूत सौंपे गए कि मैक्सवेल न केवल कम उम्र की लड़कियों को बहला-फुसलाकर सेक्स के लिए तैयार करती थी बल्कि कई बार उनके यौन शोषण के वक्त एपस्टीन का साथ भी देती थी। अदालत में उसके खिलाफ एक नाबालिग को अवैध संभोग के लिए एपस्टीन के पास जाने को राजी करने, उसे आपराधिक यौन क्रिया में शामिल होने और नाबालिग बच्चियों की सेक्स ट्रैफिकिंग समेत अन्य आरोपों के लिए मुकदमा चला। नाबालिग बच्चियों की सेक्स ट्रैफिकिंग के अपराध के लिए अधिकतम 40 वर्ष की कैद की सजा का प्रावधान है।
2006 में गिरफ्तार हुआ था एपस्टीन
बचाव में मैक्सवेल के वकीलों ने कहा कि उनके मुवक्किल को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि इस केस का असली विलेन जिंदा नहीं है। केस सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के वकीलों ने 24 गवाहों को कोर्ट में पेश किया ताकि अदालत को पता चल सके कि एपस्टीन के महलों में क्या चल रहा था। एपस्टीन को 2006 में फ्लोरिडा से एक चाइल्ड सेक्स केस में गिरफ्तार किया गया था। तब से आम लोगों की इस केस में खूब दिलचस्पी रही है।
एपस्टीन के दोस्तों में क्लिंटन, ट्रंप के नाम
एपस्टीन के एक घरेलू नौकर ने अदालत को बताया कि उसे महल के अंदर क्या चल रहा है, उस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देने को कहा गया था। एपस्टीन एक फाइनैंसर था जिसने बड़े-बड़े नेताओं और उद्योगपतियों से दोस्ती गांठ रखी थी। वहीं, मैक्सवेल मीडिया जगत की दिग्गज हस्तियों की चहेती बन गई थी। वो काफी शानो-शौकत की जिदंगी जी रही थी। एपस्टीन के प्राइवेट जेट्स के पायलटों ने अदालत के सामने गवाही देते वक्त ब्रिटेन के प्रिंस एंड्र्यू, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों बिल क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप जैसी हस्तियों के नाम लिए। पायलटों ने बताया कि एपस्टीन के जेट्स से इन हस्तियों ने उड़ान भरी थी। अदालत को एपस्टीन की डायरी भी सौंपी गई जिसमें मैक्सवेल को 30.7 मिलियन डॉलर ट्रांसफर किए जाने की बात लिखी है।
चार पीड़ित महिलाओं ने बयां की दास्तां
मैक्सवेल की साजिश और एपस्टीन के यौन शोषन की शिकार जिन चार महिलाओं ने अदालत के सामने बयान दिए, उनमें एक टीवी एक्ट्रेस, दूसरी ग्रेट ब्रिटेन की पूर्व मॉडल, तीसरी नशे की लत से निकलने की जद्दोजहद कर रही एक मां और चौथी एक साइकॉलिजस्ट हैं। इनमें सिर्फ साइकॉलजिस्ट एनी फार्मर (Annie Farmer) ने ही अपनी सही पहचान दुनिया के सामने रखी, बाकी पीड़ित महिलाओं ने छद्म नामों का सहारा लिया। चारों महिलाओं ने मैक्सवेल के बारे में समान बातें बताईं। उन्होंने अदालत को बताया कि मैक्सवेल उनका भरोसा जीतने के लिए कैसे उपहार दिया करती थीं, किशोरावस्था की मुश्किलों के बारे में बात करतीं और उनसे हमदर्दी जतातीं और लालच दिलातीं के एपस्टीन अपनी अकूत दौलत से उनके सपने पूरा करेगा।


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