विश्व

दक्षिण अफ्रीका में समुद्र तट पर मरा मिला जाइंट स्क्विड, रेजर जैसे तेज दांत देख डर गए लोग

Neha Dani
6 May 2022 11:38 AM GMT
दक्षिण अफ्रीका में समुद्र तट पर मरा मिला जाइंट स्क्विड, रेजर जैसे तेज दांत देख डर गए लोग
x
आहार और मौत के कारणों के बारे में जानकारी देने वाले अंगों को स्थानीय मछुआरों ने अनजाने में हटा दिया था।

दक्षिण अफ्रीका में समुद्र तट पर 11 फीट लंबे दैत्याकार जीव के देखे जाने के बाद लोग दहशत में हैं। यह जीव समुद्र तट की रेत पर मरा पड़ा मिला था। इस जीव के रेजर जैसे तेज दांतों को देख लोगों में दहशत फैल गई। बताया जा रहा है कि यह समुद्री जीव दरअसल एक विशाल स्क्विड है, जो गहरे पानी में रहता है। इस जीव को आखिरी बार 2006 में देखा गया था। वैज्ञानिकों ने बताया कि स्क्विड पूर्ण रूप से विकसित होने के बाद 43 फीट तक लंबा हो सकता है। हालांकि, जो स्क्विड दक्षिण अफ्रीका के समुद्र के किनारे मिला था वह अभी बच्चा था, इसलिए उसकी लंबाई मात्र 11 फीट 5 इंच की ही थी।

दैत्याकार जीव को देखने वालों की लगी लंबी लाइन
इस जीव के बारे में जानकारी लगने के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग देखने के लिए पहुंचे। ऐसे ही एक स्थानीय निवासी अली पॉलस अपने बेटे के साथ इस जीव को देखने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि हमारे पड़ोसी ने हमें बताया कि समुद्र तट पर एक विशालकाय जीव मरा पड़ा है। जिसके बाद मैं अपने बेटे के साथ इस जगह पर पहुंचा। इस जीव के आकार को देखने के बाद मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। यह वास्तव में एक अलग एक्सपीरियंस था। उसके लंबे-लंबे हाथों पर बने सकर्स के अंदर उस्तरे जितने तेज दांत मौजूद थे। इसका इस्तेमाव वे स्पर्म व्हेल के हमले से बचने के लिए करते हैं।
मछुआरों ने बताया अशुभ संकेत
उन्होंने यह भी बताया कि मैं इस जीव को मरा हुआ देखकर दुखी भी हो गया था, पर मेरे बेटे के लिए यह अविश्वसनीय रूप से आकर्षक था। मैंने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। कुछ मछुआरों का मानना था कि इस जीव का समुद्र तट पर आना अशुभ हो सकता है, लेकिन मैंने उन्हें समुद्री पर्यावरण और पारिस्थितिकी के बारे में समझाया। कुछ भी हो, इस जीव के समुद्र से निकलकर बाहर आने से लोगों को कुछ अविश्वसनीय तस्वीरें लेने का मौका जरूर मिल गया।
स्क्विड के कई हिस्सों को मछुआरों ने किया खराब
आमतौर पर, विशाल स्क्विड को दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने पर इजिको संग्रहालयों में रखा जाता है। 2005 में ऐसे ही एक नमूने के लिए ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न एक्वेरियम ने 57,400 यूरो का भुगतान किया था। केप ऑफ गुड होप सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (एसपीसीए) के एक वन्यजीव अधिकारी जॉन फ्रीडमैन ने स्थानीय मीडिया को बताया कि वह संग्रहालय के लिए केवल कुछ टिश्यू सेंपल ही ले पाए। उन्होंने कहा कि इस जीव के उम्र, आहार और मौत के कारणों के बारे में जानकारी देने वाले अंगों को स्थानीय मछुआरों ने अनजाने में हटा दिया था।


Next Story