विश्व

कैलिफोर्निया के बीच में पैडलबोर्डर्स को घूमते हुए पानी में दिखी विशालकाय मछली, एक बार में दे सकती है 30 करोड़ अंडे

Renuka Sahu
15 Dec 2021 2:32 AM GMT
कैलिफोर्निया के बीच में पैडलबोर्डर्स को घूमते हुए पानी में दिखी विशालकाय मछली, एक बार में दे सकती है 30 करोड़ अंडे
x

फाइल फोटो 

अमेरिका के कैलिफोर्निया की लगुना बीच पर एक पैडलबोर्डर्सने विशालकाय सनफीश को तैरते हुए देखा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका के कैलिफोर्निया (California) की लगुना बीच ( Laguna Beach) पर एक पैडलबोर्डर्सने विशालकाय सनफीश (Giant Sunfish) को तैरते हुए देखा है. मछली की सटीक लंबाई का पता नहीं चला है, लेकिन पैडलबोर्ड की लंबाई 14 फीट है. इसलिए तस्वीरों से लगाए गए अनुमान के अनुसार सनफिश के 9 से 10 फीट लंबे होने की संभावना है.

मादा सनफिश एक बार में 300 मिलियन (30 करोड़) अंडे तक दे सकती है. ये किसी भी ज्ञात कशेरुकी प्रजातियों में से सबसे अधिक है. सनफिश बड़ी चमकीली आंखों, विशालकाय सिर और लंबे पंख के लिए जानी जाती है, जिसे कभी-कभी पानी की सतह पर तैरते समय शार्क समझ लिया जाता है.
अक्टूबर में पकड़ी गई उस मछली की लंबाई 10.5 फीट और वजन 2000 किलो ग्राम था. लगुना बीच पर मछली को देखने वाले पैडलबोर्डर्स में से एक रिच जर्मन ने कहा कि 2 दिसंबर को दिखी ग्रे कलर की सनफिश बहुत शांत और अद्भुत थी. जर्मन और उनके दोस्त मैट व्हीटन बीच पर डॉल्फिन को देखने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन जब वे मेन बीच से 600 फीट दूर पहुंचे तो उन्हें सनफिश दिखाई दी.
धूप में नहाने के लिए काफी देर तक सतह पर रहने की शौकीन होने के कारण ही इस मछली को सनफिश कहा जाता है. वैसे इसे कॉमन मोला और मोला-मोला भी कहा जाता है. इसका रंग भूरा, सुनहरा, उजला और स्लेटी होता है.
इस मछली को समुद्र की हर बड़ी मछली तो अपना शिकार नहीं बना सकती, लेकिन सी लाइन, किलर ह्वेल और शार्क इसे अपना आहार बना लेती हैं. इस मछली के झुंड में काफी संख्या में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल होते हैं और इस तरह उनकी संख्या बहुत अधिक हो जाती है. इस कारण इस झुंड को जुवेनाइल्स कहा जाता है.
कई सनफिश के शरीर पर स्पॉट्स भी दिखते हैं, इस कारण यह कई बार पत्थर की तरह भी दिखती है. यह प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर में अधिक पाई जाती है, लेकिन इसका शिकार करने के बाद इसे जापान, कोरिया आदि देशों में अधिक भेजा जाता है.
यह जेलीफिश, स्क्विड आदि मछलियों को अपना आहार बनाती है. इसके आहार में पोषक तत्व कम होते हैं, इस कारण इसे अधिक भोजन की जरूरत पड़ती है.


Next Story