
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इससे वो एनर्जी मार्केट में रूस को भी सीधी टक्कर दे सकता है।
जर्मनी के बाद अब यूरोपीयन यूनियन भी यूक्रेन को 50 करोड़ यूरो की आर्थिक मदद देगा। इसको लेकर यूक्रेन और ईयू के बीच में डील हो गई है। ये राशि युद्ध से प्रभावित लोगों के घर बनाने, उनकी शिक्षा और कृषि पर खर्च किए जाएंगे। ब्रसेल्स में ईयू और यूक्रेन के पीएम के बीच हुई बातचीत के बाद ये डील हुई है। यूक्रेन के पीएम Denys Shmygal यूक्रेन एसोसिएशन काउंसिल के सदस्यों के साथ ब्रसेल्स पहुंचे हुए हैं।
गौरतलब है कि जर्मनी ने भी दो दिन पहले ही यूकेन को 20 करोड़ यूरो की मदद दी है। यूक्रेन को रूस से 7 माह से जारी युद्ध में जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन के करीब 20 लाख लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेनी पड़ी है। इतना ही नहीं युद्ध प्रभावित इलाकों में हजारों रिहायशी इमारतें, स्कूल, कालेज, दफ्तर और अस्पताल तक रूस के हमलों की भेंट चढ़ चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति लगातार अमेरिका, कनाडा और दूसरे यूरोपीय देशों से भारी और अत्याधुनिक हथियारों की मांग कर रहे हैं, जिससे रूस को हराया जा सके।
फंड को जारी करने के बाद ईयू की तरफ से कहा गया है कि इस राशि से बेघर हुए लोगों को छत दिलाने, बच्चों और युवाओं को शिक्षा दिलाने में मदद मिल सकेगी। ईयू ने ये भी कहा है कि इस मदद से युद्ध से पिछड़े कृषि सेक्टर को भी दोबारा पटरी पर लाया जा सकेगा। इससे पहले यूरोपीयन यूनियन ने अप्रैल में यूक्रेन को आर्थिक मदद मुहैया करवाई थी। इसके अलावा यूक्रेन हाईटेक ट्रेनिंग और इंडस्ट्री के लिए ईयू की डिजीटल इकनामी के लिए भी एप्लाई कर सकता है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद सोमवार को पहली बार ईयू और यूक्रेन ऐसोसिएशन काउंसिल के के बीच बैठक हुई थी।
ब्रसेल्स में हुई बैइक का नेतृत्व ईयू के विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने किया था। इमसें ईयू के एललार्जमेंट कमीशनर ओलिवर वरहेली ने भी हिस्सा लिया था। इसमें ईयू के नए सदस्य के रूप में यूक्रेन एसोसिएशन काउंसिल को सदस्यता दिए जाने पर भी विचार किया गया। हालांकि इसमें अभी करीब एक साल का समय और लग सकता है। ईयू ने ये भी कहा कि कीव को रूस से जीतने के लिए नए और अत्याधुनिक हथियार दिए जाने चाहिए। साथ ही इसमें रूस पर प्रतिबंधों को और अधिक कड़ा करने की भी बात कही गई।
इस बैठक में यूरोप के सामने सबसे बड़ी समस्या के रूप मे आने वाले एनर्जी क्राइसेस पर भी चर्चा हुई। ईयू ने कहा कि ये मौजूदा समय का सबसे ज्वलंत मुद्दा है। यूक्रेन के पीएम ने कहा है कि ब्रसेल्स में उनका ईयू अधिकारियों ने सम्मान किया। आपको बता दें कि यूक्रेन के पास समूचे यूरोप को एनर्जी क्राइसेस से उबार लेने का जरिया है। उसके पास जमीन के नीचे गैस का अपार भंडार है। इससे वो एनर्जी मार्केट में रूस को भी सीधी टक्कर दे सकता है।
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