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फाइल फोटो
नेपाल में 20 नवंबर को एक ही चरण में आम चुनाव कराए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने एक चरण में चुनाव कराने की सिफारिश की थी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेपाल में 20 नवंबर को एक ही चरण में आम चुनाव कराए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने एक चरण में चुनाव कराने की सिफारिश की थी। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में फैसला लिए जाने के बाद अगले साल फरवरी तक चुनाव टाले जाने के अनुमानों पर विराम लग गया। सत्ताधारी गठबंधन सरकार ने प्रतिनिधि सभा और प्रांतीय असेंबलियों के चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी। नेपाल की प्रतिनिधि सभा में 275 सीटें हैं जिनमें से 165 का चुनाव सीधे किया जाता है। बुधवार को हुई बैठक में सत्ताधारी गठबंधन 20 नवंबर को चुनाव कराने पर सहमत हुआ था। निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तैयारियों के लिए 120 दिन की मांग की थी। लेकिन अब उसे केवल 112 दिन ही मिलेंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त दिनेश थापालिया ने कहा कि इतना समय पर्याप्त होगा। नेपाली कांग्रेस की अगुआई वाले गठबंधन में नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर), नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत सोशलिस्ट), जनता समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनमोर्चा साझीदार हैं। इससे पहले 2017 में दो चरणों में 26 नवंबर और सात दिसंबर को संसद के निचले सदन और सात प्रांतों की असेंबली के लिए चुनाव कराए गए थे। गौरतलब है, 2008 में राजशाही खत्म होने के बाद से नेपाल में 10 सरकारें बदली हैं।
नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कुछ दल अगले साल फरवरी में चुनाव कराने के पक्ष में हैं। लेकिन प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने यह संकेत कई बार दिया था कि चुनाव अपने समय पर ही होंगे। नेपाली कांग्रेस के नेताओं के साथ अपनी बैठक के दौरान देउबा ने कहा था कि चुनाव कार्यक्रम का जल्द ही एलान कर दिया जाएगा।
सत्ताधारी गठबंधन में शामिल सभी दलों की एक बैठक प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने बुलाई थी। उसके बाद नेताओं ने बताया था कि सत्ताधारी गठबंधन आम चुनाव दो चरणों में 20 और 21 नवंबर को कराने के पक्ष में हैं। जबकि निर्वाचन आयोग ने अपनी तरफ से तारीफ का सुझाव देते समय यह स्पष्ट कहा था कि मतदान एक चरण में कराने के लिए वह पूरी तरह से तैयार है।
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