विश्व

मिसिजुलू का जेलिथिनी को दक्षिण अफ्रीका के महाराज का ताज पहनाया गया, पैसा नहीं दिया तो रोकी सिंहासन की डिलीवरी

Neha Dani
31 Oct 2022 8:55 AM GMT
मिसिजुलू का जेलिथिनी को दक्षिण अफ्रीका के महाराज का ताज पहनाया गया, पैसा नहीं दिया तो रोकी सिंहासन की डिलीवरी
x
उन्‍होंने कहा कि वह इस बात का पता लगाएंगी कि आखिर पेमेंट का क्‍या हुआ है।'
डरबन: रविवार को डरबन के फुटबॉल स्‍टेडियम में मिसिजुलू का जेलिथिनी को दक्षिण अफ्रीका के महाराज का ताज पहनाया गया। व‍ह अब देश के नए जूलु महाराज हैं और राष्‍ट्रपति सिरिल रेम्‍फोसा ने आधिकारिक तौर पर उन्‍हें इसका सर्टिफिकेट सौंपा है। लेकिन 48 साल के इस नए महाराज के सामने एक नई मुसीबत आ गई है। महाराज को अभी तक सिंहासन नहीं मिला है। इस सिंहासन को भारतीय मूल के बढ़ई ने तैयार किया है। न्‍यूज एजेंसी पीटीआई की मानें तो पेमेंट न मिलने की वजह से सिहांसन की डिलीवरी रोक दी गई है। शाही परिवार को इस सिहांसन के लिए कारीगर राजीव सिंह को एक लाख रैंड यानी करीब 453,710 रुपए अदा करने हैं।
कई वादों के बाद भी नहीं मिला पैसा
शनिवार को मिसिजुलू का जेलिथिनी को दक्षिण अफ्रीका का नया राजा घोषित किया गया था। सन् 1971 के बाद से पहला मौका था जब किसी जूलु किंग की ताजपोशी देश की सरकार की तरफ से की गई। औपचारिक तौर से भी उन्‍हें दक्षिण अफ्रीका की प्रभावशाली शाही सत्‍ता का मुखिया घोषित कर दिया गया। इस मौके पर दुर्लभ टम्बूटी लकड़ी का बना सिंहासन उन्‍हें सौंपा जाना था लेकिन अभी तक राजा को अपना सिंहासन नहीं मिल सका है।
राजा के लिए दो सिंहासन बनाये जाने थे। राजीव सिंह का परिवार इस दुर्लभ लकड़ी के फर्नीचर बनाने में महारत रखता है। राजीव का कहना है कि राजा के प‍िता गुडविल जेलिथिनी को सात साल पहले भी इस लकड़ी के सिंहासन उनकी तरफ से बनाकर दिए गए थे। लेकिन कई वादों के बाद भी उनका पेमेंट नहीं हो सका है। ऐसे में नए राजा का सिंहासन भी रोक लिया गया है।
नया ऑर्डर लेने से इनकार
राजीव सिंह ने कहा, 'मैंने कुछ भी डिजाइन नहीं किया है। मैं इतना निराश हो चुका और उनके परिवार ने अभी तक हमारे पैसे नहीं दिए हैं। हमने बार-बार उनसे अनुरोध किया लेकिन अभी तक रकम नहीं मिली। मैंने उनके प्रतिनिधि को भी पेमेंट के बारे में बताया था। उन्‍होंने कहा कि वह इस बात का पता लगाएंगी कि आखिर पेमेंट का क्‍या हुआ है।'
Next Story