विश्व
मिसाइल से सबमरीन तक...ये देश सेना पर खर्च करते हैं खरबों, US-चीन से इतना पीछे भारत
Rounak Dey
10 Sep 2022 2:05 AM GMT

x
भारत और रूस कई सारी मिसाइलें मिलकर बनाता है. ब्रह्मोस जिनमें से एक है.
दुनिया जितनी आगे बढ़ी है उतनी ही उसमें हथियारों की भी बढ़ोतरी हुई है. जो देश जितना आगे है उनकी सुरक्षा के इंतजाम उतने ही ज्यादा तगड़े हैं. हर देश अपनी सुरक्षा के लिए सेना (Military) पर बजट (Budget) का एक बड़ा हिस्सा खर्च करता है. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट की जानकारी के मुताबिक जानते हैं कौनसे देश सेना पर कितना खर्चा करते हैं.
1. अमेरिका
सेना पर खर्च के मामले में अमेरिका पिछले चार सालों से टॉप पर बना हुआ है. अमेरिका अपनी सुरक्षा के लिए तीनों सेनाओं पर 801 बिलियन US डॉलर का खर्च करता है. अमेरिका अकेला पूरी दुनिया के सेना बजट का 38 प्रतिशत अपनी मिलिट्री पर खर्च करता है. अमेरिका की सेना के पास हर तरह के मॉर्डन हथियार हैं.
2. चीन
चीन हर साल मिलिट्री पर 293 बिलियन US डॉलर का खर्च करता है. अमेरिका के बाद चीन दूसरे नंबर पर है. चीन अपनी सुरक्षा और सीमा को लेकर बहुत सतर्क रहता है. चीन की सेना के पास सारे अत्याधुनिक हथियार हैं. ये अपनी सेना के दम पर ही साउथ चाइना सी, हांगकांग और ताइवान जैसी जगहों पर रुत्बा जमाता है.
3. भारत
सेना पर खर्चे के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है. हमारी तीनों सेनाएं परमाणु बम से लेकर सबमरीन और मॉर्डन एयरक्राफ्ट से लैस हैं, जो हर तरह से देश की सुरक्षा करने में सक्षम हैं.भारत हर साल 76 बिलियन US डॉलर अपनी सेना पर खर्च करता है, जो यहां के बजट का एक बड़ा हिस्सा है. भारत की पाकिस्तान और चीन के साथ लंबा बॉर्डर है. ये देश हमेशा भारत पर हमले की ताक में रहते हैं. इसी से सुरक्षा के लिए भारत का रक्षा बजट इतना बड़ा है.
4. यूनाइटेड किंगडम
यूनाइटेड किंगडम साल भर में 68 बिलियन US डॉलर का खर्च अपने रक्षा बजट पर करता है. सेना पर खर्च की लिस्ट में यूके दुनिया में चौथे नंबर पर आता है. यूनाइटेड किंगडम के चारों देशों की तीनों सेनाओं का रक्षा बजट मिलाकर 70 बिलियन डॉलर से कम है. भारत को गुलाम बनाने वाले यूके का रक्षा बजट भारत से काफी कम है.
5. रूस
रूस के पास हर तरह के मॉर्डन और पुरानी तकनीक वाले हथियार हैं. रूस दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला देश है, ये ऐसा देश है जो एशिया और यूरोप दोनों महाद्वीपों में फैला हुआ है. रूस की कई देशों के साथ सीमाएं लगती हैं, इसका सेना खर्च भी ज्यादा है. रूस हर साल 65 बिलियन US डॉलर का खर्चा सेना और सुरक्षा पर करता है. भारत पुराने समय से ही ज्यादातर हथियारों का आयात रूस से ही करता है. भारत और रूस कई सारी मिसाइलें मिलकर बनाता है. ब्रह्मोस जिनमें से एक है.
Next Story