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हवाई के आइलैंड पर मिला मीठा पानी...ये है खासियत

Admin2
1 Dec 2020 10:43 AM GMT
हवाई के आइलैंड पर मिला मीठा पानी...ये है खासियत
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हवाई के बिग आइलैंड के पश्चिमी तट से दूर समुद्र तल के नीचे मीठे पानी का बड़ा भंडार पाया गया है जो वहां रहने वाले लोगों की ना सिर्फ प्यास बुझा सकता है बल्कि वहां सूखे के संकट को भी खत्म कर सकता है. हवाई विश्वविद्यालय में एरिक अत्तिस और उनके सहयोगियों ने इमेजिंग तकनीक का उपयोग करके समुद्र तल से कम से कम 500 मीटर नीचे झरझरा चट्टान में मीठे पानी का यह स्त्रोत ढूंढा है. उन्होंने एक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करने के लिए 40 मीटर लंबे एंटीना वाली एक नाव का इस्तेमाल किया, जो समुद्र के नीचे और समुद्र तल से विद्युत प्रवाह भेजती है. चूंकि समुद्री जल ताजे पानी की तुलना में बेहतर संवाहक है, इसलिए टीम ने दोनों के बीच आसानी से अंतर को महसूस कर लिया. उन्होंने पाया कि मीठे जल का यह जलाशय तट से कम से कम 4 किलोमीटर तक फैला हुआ है और इसमें 3.5 घन किलोमीटर ताजा पानी है.

हवाई का अधिकांश ताज़ा पानी ऑनशोर एक्वीफ़र्स से आता है जहां चट्टान और मिट्टी की परतों के बीच वर्षा के बाद पानी को एकत्रित किया जाता है. टीम का मानना ​​है कि इस नए जलाशय के मिलने से एक्वीफर्स से बहने वाले पानी के स्त्रोतों को भरा जा सकता है. हवाई में जलवायु परिवर्तन से कई स्थानों पर सूखे की स्थिति पैदा हो गई है. हवाई में, बारिश में कमी और लगातार खत्म होते जंगलों की वजह से तटवर्ती जलमार्ग भी अंततः सूख जाते हैं.

इस नए जलाशय के मिलने से न सिर्फ सूखे से राहत मिल सकती है बल्कि तटवर्ती एक्विफर्स की तुलना में इसे पंप कर बाहर निकालना भी आसान हो सकता है, क्योंकि पानी उच्च दबाव में है. एरिक अत्तिस का कहना है कि इस जल को निकालने पर आस-पास के इकोसिस्टम पर भी कम से कम असर पड़ेगा. टीम का कहना है कि पानी के इसी तरह के स्त्रोत अन्य ज्वालामुखी द्वीपों से दूर हो सकते हैं. नमूने लेने के लिए ड्रिलिंग के द्वारा आम तौर पर ताजे पानी के नए स्रोतों की खोज की जाती है. कोलंबिया विश्वविद्यालय में कार्यरत विशेषज्ञ केरी के मुताबिक एरिक अत्तिस और उनके सहयोगियों द्वारा उपयोग की जाने वाली नई इमेजिंग तकनीक इस प्रक्रिया को आसान और सस्ता बना सकती है.


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