विश्व

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने किया ऐलान, दूसरे कार्यकाल के लिये लड़ेंगे चुनाव, कहा-सदी की चुनौतियों से निपटने के लिये मांग रहा आपका विश्वास

Renuka Sahu
4 March 2022 5:07 AM GMT
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने किया ऐलान, दूसरे कार्यकाल के लिये लड़ेंगे चुनाव, कहा-सदी की चुनौतियों से निपटने के लिये मांग रहा आपका विश्वास
x

फाइल फोटो 

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने औपचारिक रूप से एलान किया कि वह अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में दूसरे कार्यकाल के लिए लड़ेंगे.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने औपचारिक रूप से एलान किया कि वह अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में दूसरे कार्यकाल के लिए लड़ेंगे. फ्रांस की मीडिया वेबसाइट्स पर गुरुवार को प्रकाशित पत्र में मैक्रों ने कहा कि मैं एक बार फिर आपका विश्वास मांग रहा हूं. मैं सदी की चुनौतियों का सामना कर रहे आप लोगों के साथ नयी चीजें तलाशने वाला उम्मीदवार हूं.

चुनाव लड़ने के दिये थे संकेत
मैक्रों ने संकेत दिया था कि वह 10 और 24 अप्रैल को दो चरणों में होने वाला चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन उन्होंने अब तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की थी. फ्रांस में हुये सर्वे उनको राष्ट्रपति पद की दौड़ में सबसे आगे जरूर बता रहे हैं.
हालांकि वह रूस-यूक्रेन विवाद की वजह से आधिकारिक चुनावों में भाग नहीं ले सके हैं. हालांकि समाचार एजेंसी एएफपी को दिये गये एक वक्तब्य में एक फ्रांसीसी राजनीतिक विश्लेषक एंटोनी ब्रिस्टील ने इस युद्ध को चुनावों में मैक्रों के लिये फायदेमंद करार दिया है.
सभी पश्चिमी देश रूस के इस कदम का कर रहे हैं विरोध
ब्रिस्टील ने कहा कि आपदा के समय नागरिक हमेशा झंडे के पीछे हो जाते हैं और राज्य के मुखिया के पीछे लाइन में लग जाते हैं. आपको बता दें कि इस समय रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण फ्रांस समेत पश्चिमी देशों में राजनीतिक माहौल बेहद गर्म है. सभी देशों की कुटनीति में संशय बना हुआ है और वह रूस के इस कदम का विरोध कर रहे हैं.
संवेदनशील मुद्दे पर बनाई रखी है अपनी नजर
मैक्रों भी इस संवेदनशील मुद्दे पर अपनी नजर बनाये हुये हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुये उन्होंने रूस के राष्ट्रपति से गुरुवार को फोन पर बातचीत की तो वहीं पिछले महीने उन्होंने मास्को जाकर पुतिन से युद्ध टालने का आग्रह किया था. हालांकि उनका आग्रह रूस की शर्तों के कारण नजरअंदाज जरूर कर दिया गया पर उन्होंने अपने अन्य यूरोपीय समकक्षों के इतर पुतिन के साथ संवाद बनाये रखा है.
Next Story