विश्व

फ्रांस अपनी बारकूडा क्‍लास की सबमरीन को शामिल करने जा रहा, भारत को भी ऑफर!

Neha Dani
3 Jun 2022 9:41 AM GMT
फ्रांस अपनी बारकूडा क्‍लास की सबमरीन को शामिल करने जा रहा, भारत को भी ऑफर!
x
इसी तरह की पनडुब्‍बी का सौदा अमेरिका और ब्रिटेन के साथ ऑकस डील के तहत किया था।

पेरिस: यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस से चल रहे तनाव के बीच फ्रांस की नौसेना आज महाविनाशक हमला करने में सक्षम अपनी सबसे आधुनिक पनडुब्‍बी को शामिल करने जा रही है। बारकूडा क्‍लास की यह परमाणु पनडुब्‍बी अपनी तरह की पहली है। बताया जा रहा है कि फ्रांसीसी नौसेना में शामिल होने के ठीक बाद यह पनडुब्‍बी अपने अंजान मिशन पर रवाना हो जाएगी। अगली पीढ़ी की यह परमाणु पनडुब्‍बी फ्रांस के बारकूडा प्रॉजेक्‍ट के तहत बनाई गई पहली सबमरीन है।

फ्रांसीसी परमाणु पनडुब्‍बी 328 फुट लंबी है और इसका वजन 5300 टन है। फ्रांस के शहर बेस्‍ट में यह परमाणु पनडुब्‍बी तैनात रहेगी। यह पनडुब्‍बी क्रूज मिसाइल से हमला करने और दुश्‍मन के क्षेत्र में स्‍पेशल फोर्सेस को तैनात करने में सक्षम है। इस पनडुब्‍बी में 65 नौसैनिक सवार हो सकते हैं और यह पानी से बाहर आए बिना 70 दिनों तक लगातार दुनियाभर में गश्‍त लगा सकती है। अक्‍टूबर 2020 में फ्रांस ने सफलतापूर्वक एमडीसीएन क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था।
स्‍कैल्‍प क्रूज मिसाइल से लैस है फ्रांसीसी पनडुब्‍बी
पिछले दिनों फ्रांसीसी रक्षा मंत्री के भारत दौरे के दौरान ऐसी खबरें आई थीं कि पेरिस नई दिल्‍ली को यह अत्‍याधुनिक परमाणु पनडुब्‍बी दे सकता है। इसमें यह भी कहा गया था कि भारत में ही इन पनडुब्बियों को बनाया जाएगा। फ्रांस ने उस समय भारत को परमाणु पनडुब्‍बी का ऑफर नहीं दिया था लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अभी रास्‍ते बंद नहीं हुए हैं। फ्रांस अगर यह परमाणु पनडुब्‍बी देता है तो भारत को उसका सबसे महत्‍वपूर्ण सैन्‍य हथियार होगा। भारतीय नौसेना को यह पनडुब्‍बी मिलने पर वह हिंद महासागर में अजेय ताकत हासिल कर लेगी।
यही नहीं भारत प्रशांत सागर तक अपनी ताकत का प्रदर्शन कर सकेगा। बारकूडा क्‍लास की सबमरीन परमाणु ऊर्जा से चलती हैं लेकिन परमाणु हथियारों से लैस नहीं होती हैं। इसमें लगी 1000 किमी तक मार करने वाली स्‍कैल्‍प क्रूज मिसाइल समुद्र से दागे जाने पर जमीन लक्ष्‍यों को तबाह कर सकती है। यही नहीं इसमें ईंधन भी 10 साल बाद दोबारा भरना होता है। इससे पहले ऑस्‍ट्रेलिया ने भी इसी तरह की पनडुब्‍बी का सौदा अमेरिका और ब्रिटेन के साथ ऑकस डील के तहत किया था।

Next Story