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पाकिस्तान में 2 आतंकी हमले में चार जवानों की मौत, आठ घायल

Neha Dani
1 Jun 2021 7:28 AM GMT
पाकिस्तान में 2 आतंकी हमले में चार जवानों की मौत, आठ घायल
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ये आतंकी अक्सर सुरक्षा चौकियों या फिर सेना के वाहनों को निशाने पर लेकर भारी क्षति पहुंचाने में जुटे रहते हैं.

पाकिस्तान (Pakistan) के अशांत बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan Province) में आतंकवादियों (Terrorists) ने एक सुरक्षा चौकी पर हमला (Attack on Security Post) किया. इसे हमले के कुछ घंटे बाद ही IED ले जा रहे एक सैन्य वाहन पर भी हमला बोला. इन दोनों घटनाओं में चार पाकिस्तानी पैरामिलिट्री सैनिकों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य लोग घायल हो गए. पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) ने इसकी जानकारी दी. बलूचिस्तान में अक्सर ही अलगाववादियों द्वारा सेना को निशाना बनाया जाता रहा है.

पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग 'इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन' (ISPR) द्वारा जारी किए गए एक बयान के मुताबिक, पहली घटना में आतंकवादियों ने क्वेटा (Quetta) और तुर्बात में फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) को निशाना बनाया. इसमें कहा गया कि पीर इस्माइल जियारत के नजदीक स्थित चौकी को निशाना बनाया गया. जवाबी गोलीबारी में 4 से 5 आतंकी मारे गए, जबकि आठ के करीब घायल हुए. वहीं, इस गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के चार सैनिक मारे गए और छह जवान जख्मी हुए.
देश विरोधी ताकतों ने घटना को अंजाम दिया: पाकिस्तानी सेना
वहीं, दूसरी घटना में तुर्बात (Turbat) में आतंकवादियों ने IED लेकर जा रहे फ्रंटियर कॉर्प्स के वाहन को निशाना बनाया. इस घटना में दो सैनिक घायल हो गए. बयान में कह गया कि देश विरोधी ताकतों द्वारा समर्थित विरोधी तत्वों द्वारा इस तरह की कायरतापूर्ण कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इसमें कहा गया कि वे बलूचिस्तान में कड़ी मेहनत से अर्जित शांति और समृद्धि को बर्बाद नहीं कर सकते हैं. सेना ने कहा कि सुरक्षा बल उनके नापाक मंसूबों को बेअसर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
9 मई को भी आतंकियों ने किया था सेना पर हमला
खनिज संपदा से समृद्ध बलूचिस्तान एक लंबे समय से तालिबान (Taliban) और बलूच राष्ट्रवादियों (Baloch nationalists) द्वारा हिंसा का शिकार रहा है. ISPR के बयान के अनुसार, आतंकवादियों ने इससे पहले 9 मई को सैनिकों पर दोहरे हमले किए थे, जिसमें क्वेटा और तुर्बात में दो अलग-अलग आतंकवादी हमलों में तीन की मौत हो गई थी और पांच अन्य घायल हो गए थे. ये आतंकी अक्सर सुरक्षा चौकियों या फिर सेना के वाहनों को निशाने पर लेकर भारी क्षति पहुंचाने में जुटे रहते हैं.


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