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इसे वैध नहीं माना गया है. लेकिन इस बात की उम्मीद है कि शायद भविष्य में सरकार इसे मंजूरी दे दे.
क्रिप्टो कंपनी एथेरम (Ethereum) के फाउंडर विटालिक ब्यूटिरिन (Vitalik Buterin) ने भारत को कोरोनावायरस (Coronavirus in India) से लड़ने के लिए एक बिलियन डॉलर की कीमत से अधिक का क्रिप्टो क्वाइन दान (Donated) दिया है. 27 वर्षीय विटालिक द्वारा किए गए इस दान को मीम डिजिटल करेंसी के रूप में दिया गया है, जिसे शीबा इनु क्वाइन (Shiba Inu coin) कहा जाता है. इस क्वाइन का नाम एक कुत्ते की नस्ल पर रखा गया है. विटालिक ने इसके अलावा एथेरम के रूप में दान दिया है, जो उनकी खुद की क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) है.
गौरतलब है कि वर्तमान समय में भारत कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है. हर दिन तीन लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं. अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक होने से उन्हें बेड्स की कमी का सामना भी करना पड़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विटालिक ब्यूटिरिन ने करीब 500 ETH (एथेरम) और और 50 ट्रिलियन SHIB (शीबा इनु) क्वाइन को 'कोविड-क्रिप्टो रिलीफ फंड' में दान दिया है. ब्यूटिरिन द्वारा दान की गई करेंसी की कीमत 1.14 बिलियन डॉलर से अधिक है. बता दें कि 'कोविड-क्रिप्टो रिलीफ फंड' की स्थापना भारतीय टेक आंत्रप्रेंयोर संदीप नेलवाल ने किया है.
SHIB की कीमतों में हुई गिरावट
संदीप नेलवाल ने ट्विटर के जरिए विटालिक को इस दान के लिए शुक्रिया कहा. उन्होंने लिखा, 'शुक्रिया विटालिक ब्यूटिरिन. हमने एथेरम और विटालिक ब्यूटिरिन से समुदाय का महत्व सीखा है. हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे, जिससे किसी समुदाय विशेषकर रिटेल समुदाय को नुकसान पहुंचे. हम जिम्मेदारी से काम करेंगे. SHIB होल्डर्स को चिंता करने की जरूरत नहीं है.' दरअसल, विटालिक द्वारा किए गए इस दान की वजह से SHIB की कीमतों में पिछले 24 घंटे में 35 फीसदी तक गिरावट हुई है.
भारत में वैध नहीं है क्रिप्टो करेंसी
यहां हैरानी की बात ये है कि भारत को क्रिप्टो करेंसी के रूप में बड़े पैमाने पर दान मिला है. 10 अलग-अलग क्रिप्टो करेंसी के जरिए मिले दान की कुल राशि छह मिलियन डॉलर से अधिक है. हालांकि, यहां गौर करने वाली बात ये है कि क्रिप्टो करेंसी भारत में काम नहीं करती हैं, क्योंकि सरकार ने अभी तक इसे वैध नहीं किया है. दूसरी ओर, क्रिप्टो रिलीफ फंड की स्थापना करने को लेकर संदीप नेलवाल ने कहा कि हमने शुरू में भारत के सभी तीन क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों में CoinDCX, WazirX and BitBNS द्वारा दिए गए मदद पर विचार किया था. लेकिन इसमें जोखिम था, इसलिए हमने खुद का फंड बनाया.
ब्रेट ली ने भी क्रिप्टो करेंसी में किया दान
विटालिक के अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रेट ली ने भी भारत की मदद के लिए क्रिप्टो करेंसी में दान दिया है. उन्होंने 45 लाख रुपये की कीमत वाले बिटक्वाइन को दान दिया है, ताकि भारत देशभर के अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन को खरीद सके. भारत के बाहर क्रिप्टो करेंसी तेजी से लोकप्रिय हो रही है. हालांकि, अभी तक भारत सरकार की तरफ से इसे वैध नहीं माना गया है. लेकिन इस बात की उम्मीद है कि शायद भविष्य में सरकार इसे मंजूरी दे दे.
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