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ब्रिटेन के पूर्व PM बोरिस जॉनसन ने एक बार फिर मांगी माफी

Rani Sahu
23 March 2023 5:00 PM GMT
ब्रिटेन के पूर्व PM बोरिस जॉनसन ने एक बार फिर मांगी माफी
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ब्रिटेन में पार्टीगेट मामले में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक बार फिर माफी मांगी है।इस बार उन्होंने एक प्रधानमंत्री के रूप में डाउनिंग स्ट्रीट में COVID कानून तोड़ने वाली पार्टियों पर ब्रिटिश संसद को "अनजाने में गुमराह करने" के लिए माफी मांगी है।जॉनसन को हाउस ऑफ कॉमन्स प्रिविलेज कमेटी ने उनसे घंटो पूछताछ की थी।यह कमेटी इस बात की जांच कर रहा था कि क्या उन्होंने लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने वाले पार्टीगेट घोटाले पर जानबूझकर संसद को गुमराह किया था।
पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने समिति से कहा कि मैं अनजाने में इस सदन को गुमराह करने के लिए माफी मांगता हूं, लेकिन यह कहना कि मैंने इसे लापरवाही से या जानबूझकर किया, पूरी तरह से असत्य है।उन्होंने कोरोना लॉकडाउन के दौरान अपने आवास पर पार्टी करने के मामले को लेकर सफाई दी।उन्होंने कहा कि 'मैं स्वीकार करता हूं कि सही तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया था, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम जो कर रहे थे वह मार्गदर्शन के साथ असंगत है।
विशेषाधिकार समिति द्वारा पूछताछ के दौरान भी बोरिस जॉनसन ने माफी मांगते हुए सफाई दी थी।जब वह सदन में बोल रहे थे, तब उन्होंने हाथ में बाइबल रख कर अपनी गलती स्वीकार की है।उन्होंने कहा, 'मैं दिल पर हाथ रखकर कहता हूं, मैंने सदन से झूठ नहीं बोला है।' उन्होंने आगे कहा कि वे हर समय हाउस ऑफ कॉमन्स के साथ पूरी तरह से पारदर्शी थे।
बोरिस जॉनसन ने कहा कि सरकारी विभागों के अधिकारियों को इस बात पर गर्व करना चाहिए कि उन्होंने देश को कोविड से बचाया।जॉनसन ने जोर देकर कहा कि अगर किसी को लगता है कि वे लॉकडाउन के दौरान पार्टी कर रहे थे तो वे पूरी तरह से गलत हैं। उन्होंने कहा कि ये कोई पार्टी या सामाजिक कार्यक्रम नहीं था।वह खुद अधिकतम 25 मिनट के लिए मौजूद थे।
क्या है पार्टीगेट घोटाला?
ब्रिटेन में कोरोनावायरस के बढ़ते प्राकोप को देखते हुए पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया था। इसी बीच लॉडाउन के समय में बोरिस जॉनसन का 56वां बर्थडे मनाया गया था।वहीं कोरोना लॉकडाउन में लगे प्रतिबंधों के समय पार्टी या किसी भी तरह के आयोजन की अनुमति नहीं थी। किसी भी कार्यक्रम में दो से ज्यादा एक जगह लोग भी शामिल नहीं हो सकते थे।लेकिन फिर भी इस कार्यक्रम में करीब 30 लोग शामिल हुए। इसी घटना को पार्टीगेट घोटाला के नाम से जाना जाता है।
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