विश्व

अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी FBI पर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने लगाए आरोप, कहा- 'मेरे 3 पासपोर्ट चुराए'

Subhi
17 Aug 2022 1:04 AM GMT
अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी FBI पर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने लगाए आरोप, कहा- मेरे 3 पासपोर्ट चुराए
x
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ट्रंप ने आरोप लगाया है कि एफबीआई ने पिछले दिनों की गई रेड के दौरान उनका पासपोर्ट चुरा लिया है.

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ट्रंप ने आरोप लगाया है कि एफबीआई ने पिछले दिनों की गई रेड के दौरान उनका पासपोर्ट चुरा लिया है. ट्रंप ने ये आरोप अटॉर्नी-क्लाइंट विशेषाधिकार के तहत कवर किए गए दस्तावेजों को वापस करने के लिए न्याय विभाग से किए अनुरोध के एक दिन बाद लगाया है. बता दें कि 8 अगस्त को एफबीआई ने डोनाल्ड ट्रंप के घर पर छापा मारा था.

देश ने पहले नहीं देखा ऐसा राजनीतिक बदला

डोनाल्ड ट्रंप ने एफबीआई पर चोरी का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया, "बहुत खूब! मार-ए-लागो की छापेमारी में, एफबीआई ने मेरे तीन पासपोर्ट (एक की समय सीमा समाप्त) चुरा लिए." उन्होंने आगे लिखा, "यह राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पर एक ऐसा हमला है जैसा आज तक हमारे देश में पहले कभी नहीं देखा गया." ट्रंप ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि एफबीआई ने उनका कौन सा पासपोर्ट चुराया है. संयुक्त राज्य अमेरिका में नियमित नागरिकों को एक नीला पासपोर्ट जारी किया जाता है जबकि आधिकारिक सरकारी यात्रा के लिए एक लाल 'राजनयिक' पासपोर्ट जारी किया जाता है.

तिजोरी में भी लगाई सेंध

छापेमारी के बाद, ट्रंप ने एक सार्वजनिक बयान जारी कर कहा था कि एफबीआई अधिकारियों ने उनकी तिजोरी को भी तोड़ दिया. उन्होंने यह भी कहा कि एफबीआई द्वारा उनके घर पर मारा गया यह छापा न्याय प्रणाली को हथियार के रूप में यूज करना जैसा है. यह मेरे विरोधी राजनीतिक दलों का मुझ पर हमला है जो नहीं चाहते कि मैं 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ूं.

बॉक्सों और दस्तावेजों को लौटा दो

हालांकि, रविवार को ट्रंप ने दावा किया कि न्याय विभाग ने अटॉर्नी-क्लाइंट या कार्यकारी विशेषाधिकार के तहत कवर किए गए बक्से ले लिए. उन्होंने उनसे उनमें मौजूद दस्तावेजों को वापस करने का अनुरोध किया. ट्रंप ने बताया कि, A-14, A-26, A-43, A-13, A-33 लेबल वाले बॉक्स और अन्य दस्तावेजों में ऐसी जानकारी थी जो अटॉर्नी-क्लाइंट विशेषाधिकार के तहत संरक्षित थी.


Next Story