श्रीलंका के पूर्व वित्तमंत्री और राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के छोटे भाई बासिल राजपक्षे कोलंबो हवाई अड्डे के वीआईपी टर्मिनल से देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन एक आव्रजन अधिकारी ने उन्हें पहचान लिया और उनकी यात्रा को क्लीयरेंस देने से इनकार कर दिया।
बताया जा रहा है कि वह दुबई या अमेरिका भागने की कोशिश में थे। वह सुबह 12:15 बजे चेक इन काउंटर पर पहुंचे और वहां 3:15 बजे तक रहे। उन्हें एयरपोर्ट पर लोगों के पहचान लिया और आव्रजन अधिकारी के क्लीयरेंस देने से मना करने पर उन्हें हवाई अड्डा छोड़कर वापस लौटना पड़ा।
बता दें कि देश में शक्तिशाली राजपक्षे परिवार के खिलाफ जन आक्रोश को देखते हुए 71 वर्षीय बासिल ने पहले ही वित्तमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर, राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे का हस्ताक्षरित इस्तीफा एक वरिष्ठ अधिकारी को सौंप दिया गया जो इसे संसद अध्यक्ष को सौंपेंगे। 13 जुलाई को इसकी औपचारिक घोषणा होगी। श्रीलंका में सड़क पर विरोध को देखते हुए अब सर्वदलीय सरकार बनने पर मंत्रिमंडल इस्तीफा देगा।
बासिल की सेवा से भी इनकार
श्रीलंका इमिग्रेशन एंड इमिग्रेशन ऑफिसर्स एसोसिएशन ने कहा कि उसके सदस्यों ने कोलंबो हवाई अड्डे के वीआईपी टर्मिनल पर पूर्व मंत्री बासिल की सेवा करने से इनकार कर दिया। ट्रेड यूनियन ने एक बयान में कहा, देश में संकट की स्थिति के कारण, अगली सूचना तक सिल्क रूट यात्री निकासी गतिविधियों पर नियंत्रण का फैसला लिया गया है। आव्रजन अफसरों ने बासिल को भी वीआईपी क्लीयरेंस लाइन पर सेवा देने पर आपत्ति जताई। यहां तक कि दुबई जाने वाली उड़ान के यात्रियों ने भी उनके जाने पर आपत्ति जताई थी। बासिल को देश में खराब आर्थिक हालात का जिम्मेदार माना जा रहा है।
एक वक्त का भोजन भी मुहाल
श्रीलंका में हालात इतने खराब हो गए हैं कि एंबुलेंस चलाने के लिए भी डीजल-पेट्रोल नहीं बचा है। एंबुलेंस सेवा ने जनता से कॉल न करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि हम सेवा देने में असमर्थ हैं। लोगों को एक वक्त का खाना भी अच्छे से नहीं मिल पा रहा है। खाने-पीने वाले उत्पादों के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं। दाल की कीमतें तीन गुना बढ़ चुकी हैं। हालात इतने नाजुक हैं कि यहां भुखमरी और कुपोषण जैसे हालात पैदा हो रहे हैं।
कार-बाइक छोड़ साइकल पर आए लोग
श्रीलंका में ईंधन की कमी के चलते लोग पेट्रोल पंपों पर कतार में लगे रहते हैं। बड़ी संख्या में लोग अपने दैनिक आवागमन में कार-बाइक छोड़कर साइकिल पर आ गए हैं। स्थानीय लोग अक्सर कार्यालयों और कॉलेजों में साइकिल की सवारी करते देखे जा सकता हैं। लोगों का कहना है कि न तो वे मौजूदा कीमत पर तेल खरीद सकते हैं और न ही उनके पास लंबी कतारों में खड़े होने का समय है।
राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने को विपक्षी नेता सजिथ प्रेमदासा तैयार
श्रीलंका की प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेता सजिथ प्रेमदासा ने कहा है कि वह देश में राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी होंगे। आर्थिक संकट और सियासी उठापटक के बीच श्रीलंका के मौजूदा राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने ऐलान किया है कि वे 13 जुलाई को अपना पद छोड़ देंगे। प्रेमदासा की पार्टी ने अपने सहयोगी दलों से राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन मांगा है। श्रीलंकाई संसद के स्पीकर ने कहा है कि 20 जुलाई को सांसद अगले राष्ट्रपति का चयन करेंगे।