जी-20 के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर साझा बयान जारी करने पर सहमति नहीं बन पाई। आखिर में काफी मशक्कत के बाद मेजबान इंडोनिशया ने युद्ध को खत्म करने की अपील के साथ साझा बयान जारी किया। इंडोनेशिया के बाली में हुए दो दिन के सम्मेलन के अंत मे मेजबान इंडोनेशिया की विदेश मंत्री रेंटो मारसुदी ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पूरी दुनिया भोजन और ईंधन के संकट का सामना कर रही है, लिहाजा इसे जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए।
मारसुदी ने जी-20 विदेश मंत्रियों से पृथ्वी के भविष्य के लिए आपसी अविश्वास खत्म करने की भावुक अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से लेकर जलवायु परिवर्तन तक और यूक्रेन संकट जैसी चुनौतियों की वजह से दुनिया बहुत अस्थिर और अविश्वास से भर गई है, इसे खत्म करना जरूरी है।
विश्व का महामारी से उबरना अभी बाकी है, लेकिन यूक्रेन में युद्ध के तौर पर दूसरा संकट हमारे सामने है, जिससे पूरी दुनिया की खाद्य आपूर्ति शृंखला और ऊर्जा संसाधन चरमरा रहे हैं। गरीब और विकासशील देश अब ईंधन व अनाज की कमी का सामना कर रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि इन समस्याओं का हल निकालने के लिए नियम आधारित विश्व व्यवस्था को प्रासंगिक बनाए रखें।
मारसुदी ने कहा, इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि एकसाथ बैठना दुनिया के लिए मुश्किल हो गया है। यूक्रेन में युद्ध ने विश्व व्यवस्था को हिला कर रख दिया है। हालांकि, उनकी इन टिप्पणियों पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।