विश्व
पहली बार UAE लगाएगा नौ फीसद की दर से कारपोरेट टैक्स, अगले साल एक जून से होगा लागू
Renuka Sahu
1 Feb 2022 12:56 AM GMT
x
फाइल फोटो
संयुक्त अरब अमीरात में अब नौ प्रतिशत की दर से अगले साल एक जून से टैक्स लगाया जाएगा और 75 लाख रुपये तक के मुनाफे पर किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। संयुक्त अरब अमीरात में अब नौ प्रतिशत की दर से अगले साल एक जून से टैक्स लगाया जाएगा और 75 लाख रुपये तक के मुनाफे पर किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा। अभी तक यूएई में किसी तरह का कारपोरेट टैक्स नहीं लगता था।
दुबई, एपी। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने एक बड़े बदलाव के तहत पहली बार संघीय कारपोरेट टैक्स लगाने की घोषणा की है। यह व्यवस्था अगले साल के मध्य से लागू होगी और इसके साथ ही यूएई भी व्यापार से होने वाली आय पर टैक्स लगाने वाले देशों में शामिल हो जाएगा। अभी तक यूएई में किसी तरह का कारपोरेट टैक्स नहीं लगता था।
मुख्य रूप से तेल से होने वाली आय पर निर्भर यूएई अपने राजस्व में विविधता लाने का प्रयास कर रहा है। यूएई के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि मुनाफे पर नौ प्रतिशत का नया संघीय टैक्स एक जून, 2023 से प्रभावी होगा। परंतु, कारपोरेट टैक्स रोजगार, रियल एस्टेट और अन्य निवेशों से व्यक्तिगत आय पर या यूएई के बाहर लाइसेंस प्राप्त व्यवसाय से अर्जित आय पर लागू नहीं होगा। तेल और गैस कंपनियों पर भी यह टैक्स नहीं लगेगा।
मंत्रालय ने कहा है कि छोटे व्यवसाय और स्टार्टअप को सहायता देने के लिए व्यापार से मौटे तौर पर 1,02,000 डालर (लगभग 75 लाख रुपये) तक के मुनाफे को टैक्स के दायरे से बाहर रखा गया है यानी इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उपभोक्ताओं पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि इसके चलते कुछ उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं। कोरोना महामारी के चलते पहले ही यूएई में बिजनेस पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए यूएई सुधारवादी कदम उठा रहा है। हाल ही में उसने साप्ताहिक अवकाश को भी शुक्रवार और शनिवार से बदलकर शनिवार और रविवार कर दिया था। व्यापारिक स्वामित्व से जुड़े कुछ नियमों को भी उसने उदार बनाया है। शराब और अविवाहित जोड़ों से जुड़े इस्लामिक कानूनों में भी कुछ बदलाव किया है। यूएई सात अमीरातों का एक महासंघ है। इसमें अबू धाबी, दुबई, शारजाह, अजमान, फुजैराह, रास अल खैमाह, उम्म अल क्वाइन अमीरात शामिल हैं। प्रत्येक अमीरात का एक अलग शासक है। पहले क्रासर और खबर के पहले पैरे में वी वर्शिनिन को एसवी वर्शिनिन किया गया है।
Renuka Sahu
Next Story