विश्व
पहली बार इंसान के सीने में धड़का सूअर का दिल, जानिए कैसे हुआ ये सब?
jantaserishta.com
13 Jan 2022 2:37 AM GMT
x
नई दिल्ली: अमेरिका में एक शख्स को सूअर का दिल लगाया है. डॉक्टरों ने जेनेटिकली मॉडिफाइड सूअर के दिल (Pig Heart Transplant) को एक बुजुर्ग के शरीर में ट्रांसप्लांट किया है. 57 साल के डेविड बेनेट (David Bennett) लंबे वक्त से हार्ट की प्रॉब्लम (Heart Problem) से जूझ रहे थे. करीब 7 घंटे तक चली सर्जरी के बाद उनके शरीर में सूअर का दिल ट्रांसप्लांट किया गया.
ये सर्जरी पिछले हफ्ते शुक्रवार यानी 7 जनवरी को की गई थी. इसे यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिसिन (University of Maryland Medicine) के डॉक्टरों ने अंजाम दिया था. डॉक्टरों के मुताबिक, दुनिया में ये पहली इस तरह की सर्जरी है जिसमें इंसानी शरीर में सूअर का हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया है.
सर्जरी के बाद डेविड की हालत ठीक है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, डेविड की हालत में भी सुधार हो रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि अगर ये सर्जरी सफल होती है तो इससे भविष्य में ऑर्गन डोनर (Organ Donor) की कमी दूर हो सकती है.
सूअर का दिल लगाने की जरूरत क्यों पड़ी?
- मैरीलैंड के रहने वाले डेविड बेनेट के पास ये आखिरी रास्ता था. उनके लिए करो या मरो जैसी स्थिति थी. बेनेट को जब इस सर्जरी के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा, 'या तो मैं मर जाऊं या ट्रांसप्लांट करवा लूं. मैं जीना चाहता था. ये अंधेरे में तीर चलाने जैसा था.'
- बेनेट लंबे वक्त से दिल की बीमारी से जूझ रहे थे और अगर उनकी ये सर्जरी नहीं होती तो वो जिंदा नहीं रहते. इसलिए यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिसिन के डॉक्टरों ने अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) से इस सर्जरी की अनुमति मांगी थी.
कैसे हुआ ये ऑपरेशन?
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सूअर के अंग इंसानों के समान ही होते हैं. इसलिए सूअर का दिल इंसान के शरीर में ट्रांसप्लांट किया जा सकता है. हालांकि, ट्रांसप्लांट करने से पहले इसे जेनेटिकली मॉडिफाई करना होता है, ताकि इंसानी शरीर सूअर के दिल को अपना सके.
- जेनेटिकली मॉडिफाई यानी सूअर के जीन को बदल दिया गया था. इस सूअर के 10 जीन बदले गए थे. इतना ही नहीं, बेनेट का शरीर इस दिल को एक्सेप्ट कर सके, इसके लिए इस सूअर में इंसानों के 6 जीन डाले गए थे.
- मैरीलैंड यूनिवर्सिटी की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, सर्जरी से एक दिन पहले सूअर का दिल निकाल लिया गया था. 7 घंटे तक ये सर्जरी चली. सर्जरी करने वाली मेडिकल टीम को डॉ. बार्टले पी. ग्रिफिथ (Bartley P. Griffith) लीड कर रहे थे.
इससे क्या फायदा होगा?
यूनिवर्सिटी के मुताबिक, अमेरिका में हर साल 6 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत ऑर्गन ट्रांसप्लांट नहीं होने की वजह से हो जाती है. अमेरिका में अब भी 1.10 लाख से ज्यादा मरीज ऑर्गन डोनर का इंतजार कर रहे हैं. डॉक्टरों को उम्मीद है कि अगर ये सर्जरी सफल होती है तो भविष्य में ऑर्गन की कमी दूर हो सकती है.
फिर भी उठ रहे हैं सफल?
- सर्जरी के बाद डेविड बेनेट की निगरानी हो रही है. बताया जा रहा है कि उनकी सेहत सुधर रही है, लेकिन ये सर्जरी सफल हुई या नहीं, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.
- बेनेट के लिए सूअर के दिल का इस्तेमाल करने पर सवाल भी उठ रहे हैं. जानवरों के लिए काम करने वाली संस्था PETA ने इसे 'अनैतिक और खतरनाक' बताया है. PETA का कहना है कि इंसानों जैसा बनाने के लिए जानवरों के जीन में बदलाव करना गलत है.
क्या पहले भी हो चुकी है ऐसी सर्जरी?
इससे पहले भी ऐसी कई सर्जरी हो चुकी है जिसमें जानवरों के अंग को इंसान के शरीर में ट्रांसप्लांट किया गया था. इससे पहले अक्टूबर 2021 में न्यूयॉर्क के डॉक्टरों ने एक इंसान के शरीर में सूअर की किडनी ट्रांसप्लांट की थी. इससे पहले 1984 में कैलिफोर्निया के डॉक्टरों ने एक बच्ची के शरीर में बबून (बंदर की एक प्रजाति) का दिल लगाया था. लेकिन वो बच्ची 21 दिन ही जिंदा रह सकी थी.
Next Story