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नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही, कम से कम 18 लोगों की मौत, 21 लोग लापता, क्या इसके पीछे चीन का हाथ?

Gulabi
21 Jun 2021 9:01 AM GMT
नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही, कम से कम 18 लोगों की मौत, 21 लोग लापता, क्या इसके पीछे चीन का हाथ?
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नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही

Nepal Floods 2021: नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही के कारण कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 21 लोग लापता हैं. इस बात की जानकारी वहां की पुलिस ने दी है. नेपाल में बीते हफ्ते मूसलाधार बारिश हुई थी, जिसके बाद कई घर भी जलमग्न हो गए. अधिकारियों ने कहा कि अधिक बारिश होने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है (Floods Landslides Nepal). यहां बड़े-बड़े पुल बह गए हैं और ड्रोन से ली गई तस्वीरों में तबाही का नजारा साफ देखा जा सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नेपाल में हुई तबाही का प्रमुख कारण चीन है.


तामाकोशी बांध (Tamakoshi Dam) से अचानक पानी आया था, जिससे नेपाल में हालत और ज्यादा खराब हो गए. मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि चीन ने तामाकोशी बांध के चार फाटकों को खोल दिया था (Nepal Flood News). जिससे नेपाल की म्याग्दी, नारायणी, त्रिशूली, गंडकी, बागमती, तिनाउ, मेलमची सहित कई नदियों का जल स्तर अचानक बढ़ गया. चीन के ऐसा करने से ये साफ हो गया है कि वह चाहे किसी भी देश को कितना ही करीबी क्यों ना बताए, वह उसे भी नुकसान पहुंचाने से पीछे नहीं हटता है.

बिना चेतावनी बाढ़ का पानी छोड़ा
चीन को इस बात का अंदाजा जरूर था कि अगर वह बांध के फाटक खोलता है, तो इससे पड़ोसी देश में तबाही मच सकती है. लेकिन बावजूद इसके उसने ऐसा किया (Nepal Flood China Connection). बाद में फिर यही सब देखने को भी मिल रहा है. बिना किसी चेतावनी के ही नेपाल में बांध का पानी छोड़ा गया, जो किसी बड़ी लापरवाही से कम नहीं है. ऐसी खबर है कि कई मकान बाढ़ में बह गए हैं. जबकि एक हजार लोगों को अपना घर तक छोड़ना पड़ा है. राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल भी कर रही है. अकेले सिंधुपालचौक जिले में ही कई पुल बह गए हैं.

भूटवल जिले से संपर्क टूटा
नेपाल के भूटवल जिले से संपर्क पूरी तरह टूट गया है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को नदी के पास वाले इलाकों में नहीं जाने को कहा है. जिन 18 लोगों की मौत हुई है, उनमें चार महिला और तीन बच्चे भी शामिल हैं. सिंधुपालचौक जिले में ही चार लोगों की मौत बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुई है (Nepal Flood News). ये जिला राजधानी काठमांडू से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जबकि तीन लोगों की मौत दोती जिले में हुई है. वहीं एक-एक मौत सप्तरी, कावरे, गोरखा, कास्की, अर्गाखांची, पाल्पा, प्यूथान, जमुना, कालीकोट, बझांग और बाजुरा जिले में हुई है. अकेले सिंधुपालचौक जिले में 20 लोग लापता हो गए हैं.


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