सामने आईं नई उपग्रह तस्वीरों से इरपिन और मरकीव समेत तमाम शहरों में रूसी हमलों से हुई जबरदस्त तबाही के निशान स्पष्ट दिख रहे हैं। घरों, स्कूलों, दफ्तरों और शॉपिंग मॉल को भारी नुकसान अंतरिक्ष से भी साफ नजर आ रहा है। सरकारी परिसर और अपार्टमेंट के बीच मध्य इरपिन में दो जगह आग दिखाई दे रही है।
सीएनएन ने बताया कि तस्वीरें सैन्य हमलों और इरपिन नदी से बढ़ती बाढ़ दिखाती हैं। एक उपग्रह तस्वीर इरपिन नदी से बढ़ते बाढ़ के पानी को दिखाती है। यह स्पष्ट नहीं है कि इरपिन नदी बेसिन में बांध से बाढ़ कैसे आई। माना जा रहा है कि इस क्षेत्र में बाढ़ के लिए जानबूझकर बांध के द्वार खोले गए थे। सीएनएन के अनुसार, नीपर नदी के किनारे एक बांध इरपिन नदी बेसिन और उसकी सहायक नदियों में पानी भर रहा है।
कीव में प्रवेश करने के लिए रूसी सैन्य काफिलों को इरपिन नदी पार करना जरूरी है और यूक्रेन इसी तरह रूसी सैनिकों को रोके हुए है। एक अन्य उपग्रह तस्वीर में मरकीव के एक स्कूल के पास इमारतों तथा एक झील के पास एक आवासीय क्षेत्र के बीच दो जगह आग की भीषण लपटें भी देखी जा सकती हैं।
रूस के हमले में जलते अपार्टमेंट
तस्वीरों को देख साफ जाहिर हो रहा है कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन में कितनी खतरनाक तबाही मची है। इसलिए अब यूक्रेन के ज्यादातर इलाके एकदम वीरान नजर आ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि रूसी हमले के बाद अब लगभग 35 लाख यूक्रेनी लोग देश छोड़ चुके हैं।
दोनेस्क इलाके में रूस समर्थक अलगाववादियों द्वारा बनाए गए अस्थायी शरणार्थी कैंपों में भी मैरियूपोल निवासी पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि करीब पांच हजार लोग अपने बच्चों के साथ इन कैंपों का रुख कर चुके हैं। यूलिया ने बतया कि छह भवन बमबारी का निशाना बने। उनका परिवार सिर्फ 15 मिनट में भाग निकला और बेजिमेन में शरण ली।
ओल्हा निकितिन ने बताया कि गोलीबारी से उनके घर की खिड़कियों के कांच टूट गए थे। बिना बिजली के अपार्टमेंट का तापमान जमाव बिंदु से भी नीचे पहुंच गया था।
मैरियूपोल में आमने सामने की जंग
मैरियूपोल में भीषण लड़ाई के बीच लोग जान खतरे में डालकर बचकर भाग रहे हैं। लोगों ने बताया है कि गलियों में आमने-सामने लड़ाई चल रही है। शवों के बीच से रास्ता बनाकर निकलना पड़ रहा है।