ताइवान: हाल ही में ताइवान में आए शक्तिशाली भूकंप से पहले फिलीपींस में एक मछुआरे ने डूम्सडे मछली पकड़ी, जिसे 'प्रलय का दिन मछली' या कयामत की मछली भी कहा जाता है. मछुआरे द्वारा इस मछली को पकड़े जाने के बाद एक बार फिर से प्राचीन अंधविश्वासों को हवा मिल गई है. दरअसल, इस तरह देखी जाने वाली घटनाओं को आसन्न आपदा (किसी भी पल आने वाली आपदा) से जोड़कर देखा जाता है. डूम्सडे फिश को ओरफिश के नाम से जाना जाता है, जो मनुष्यों द्वारा शायद ही कभी देखा जाती है. जापानी लोककथाओं के अनुसार, इस मछली का पानी में नजर आना किसी आसन्न आपदा का संकेत है. इस मछली के मिलने के करीब 30 घंटे बाद पड़ोसी द्वीप राष्ट्र की धरती भूकंप के तेज झटकों से हिल गई.
This is the Doomsday Fish
— Abdur Rehman (@mian_arehman) April 3, 2024
Filmed off the Coast of Taiwan - this species of fish is renowned for only appearing when an Earthquake is imminent.
The fish know. 😳 #SEA pic.twitter.com/Lmd5kThRfx
बहरहाल, इस दावे के बावजूद कि गहरे समुद्र में रहने वाले जीवों में टेक्टोनिक गतिविधियों के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता हो सकती है. साल 2019 का एक अध्ययन ओरफिश देखे जाने और भूकंपीय गतिविधि के बीच एक निर्णायक संबंध स्थापित करने में विफल रहा और किंवदंती को संयोग से पैदा हुए अंधविश्वास के रूप में खारिज कर दिया. गौरतलब है कि प्राचीन मान्यताओं और वैज्ञानिक जांच में डूबी ओरफिश की रहस्यमय प्रकृति, कल्पनाओं को मोहित करती रहती है, जिससे प्रकृति के रहस्यमय संकेतों के सामने संदेह और आश्चर्य दोनों के लिए जगह बचती है.