विश्व

वित्त मंत्री सीतारमण ने अमेरिका के बड़े निवेशकों व व्यापारियों से की मुलाकात, भारत में निवेश को लेकर हुई चर्चा

Subhi
13 Oct 2021 3:22 AM GMT
वित्त मंत्री सीतारमण ने अमेरिका के बड़े निवेशकों व व्यापारियों से की मुलाकात, भारत में निवेश को लेकर हुई चर्चा
x
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को बोस्टन में अमेरिका के बड़े निवेशकों व कारोबारयों से मुलाकात की।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को बोस्टन में अमेरिका के बड़े निवेशकों व कारोबारयों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने निवेशकों को नेशनल मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन (एनएमपी) योजना के बारे में बताया।

भारत में निवेश के मौकों और सुधारों को लेकर हुई चर्चा
बैठक के बाद बेन कैपिटल के सह-प्रबंधक जॉन कनॉटन ने कहा कि वे भारत जारी आर्थिक सुधार से उत्साहित हैं और निवेश गतिविधियों में तेजी लाना चाहते हैं। वहीं, कंपनी के सह-अध्यक्ष, स्टीफन पग्लुका ने कहा कि बेन कैपिटल पहले ही भारत में पांच अरब डालर का निवेश कर चुकी है। आने वाले एक दशक में भारत व अमेरिका मिलकर व्यापक आर्थिक तरक्की कर सकते हैं।
वहीं, इस दौरान अमेरिकन टावर कॉरपोरेशन (एटीसी) के कार्यकारी उपाध्यक्ष एडमंड डिसेंटो ने कहा कि एनएमपी के तहत अगले पांच वर्षों में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तमाम आकर्षक अवसरों को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि भारत ने हाल ही में जो कदम उठाए हैं, उन्होंने निवेशकों को मजबूत व आकर्षक संदेश भेजा है, जो एक नई प्रणाली का संकेत देता है। यह निवेशकों को प्रोत्साहित करने वाला है। शायद यही वजह रही है कि भारत में महामारी के दौरा में भी करीब आठ अरब डॉलर का निवेश हासिल किया है।
वहीं, एक्सॉनमोबिल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जॉन आर्डिल ने कहा कि कि वे भारत के प्रधानमंत्री के भारत को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के दृष्टिकोण से बहुत उत्साहित है। वहीं, कंपनी के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के वरिष्ठ निदेशक पीटर लैवोय ने कहा कि भारत ऊर्जा क्षेत्र में संक्त्रस्मण काल से गुजर रहा है जहां लोगों को किफायती दर पर स्वच्छ व सुरक्षित ऊर्ज मुहैया कराने की जरूरत है। एक्सॉनमोबिल इसमें मदद कर सकती है।
इस दौरान वित्त मंत्री ने निवेशकों को गुजरात में गिफ्ट सिटी में अवसर तलाशने और भारत में बुनियादी ढांचे में अन्य अवसरों के बारे में भी बताया। इसके बाद उन्होंने ने इंडियन ओवरसीज स्कॉलर्स एंड स्टूडेंट्स के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की। यह दुनियाभर के भारतीय विद्वानों, छात्रों और युवा पेशेवरों का एक नेटवर्क है।

Next Story