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म्यांमार में सरकारी सैनिकों और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच शुरू लड़ाई, 15 लोगों के मारे जाने की खबर

Neha Dani
11 Sep 2021 4:37 AM GMT
म्यांमार में सरकारी सैनिकों और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच शुरू लड़ाई, 15 लोगों के मारे जाने की खबर
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म्यांमार के सरकारी सुरक्षा बल आधुनिक हथियारों से लैस हैं और उन्हें हवाई मदद भी मिली.

म्यांमार (Myanmar) में एक बार फिर सरकारी सैनिकों (Government Troops) और रेजिस्टेंस फोर्स (Resistance Forces) के बीच लड़ाई शुरू हो गई है. एक ग्रामीण और स्वतंत्र मीडिया रिपोर्ट्स में शुक्रवार को बताया गया है कि सरकारी सैनिकों और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच जुलाई के बाद से सबसे भयंकर लड़ाई हुई है. इस लड़ाई में कई किशोरों सहित पंद्रह से 20 ग्रामीण मारे गए हैं. गुरुवार को उत्तर-पश्चिमी मैगवे टाउनशिप के पास लड़ाई शुरू हुई. इस लड़ाई से दो दिन पहले 'राष्ट्रीय एकता सरकार' द्वारा एक राष्ट्रव्यापी विद्रोह का आह्वान जारी किया गया. 'राष्ट्रीय एकता सरकार' सैन्य शासन के प्रतिरोध के साथ समन्वय करना चाहता है.

एक निवासी ने एसोसिएटेड प्रेस को फोन कर बताया, लड़ाई तब शुरू हुई, जब म्यिन थार और आसपास के पांच अन्य गांवों में क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए चार सैन्य वाहनों में 100 से अधिक सैनिक पहुंचे. गांव के मिलिशिया ने चेतावनी देते हुए गोलीबारी की. मगर सैनिक इसके बाद भी इलाके में घुस आए और फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प की शुरुआत हुई. अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा का हवाला देते हुए नाम न छापने की शर्त पर एक निवासी ने इसकी जानकारी दी. फरवरी में म्यांमार की नेता आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) की सरकार को हटाने के बाद सेना के खिलाफ विपक्षी आंदोलन की शुरुआत हुई थी.
रेजिस्टेंस फोर्स ने छोटे पैमाने पर की तोड़फोड़
शुरुआत में विपक्षी आंदोलन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन अहिंसक विरोध को तोड़ने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा घातक बल प्रयोग के बाद धीरे-धीरे ये आंदोलन हिंसक हो गया. राष्ट्रीय एकता सरकार के मंगलवार को लोगों के रक्षात्मक युद्ध के आह्वान को सोशल मीडिया पर उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है. लेकिन जमीन पर इसके वास्तविक प्रभाव को मापना मुश्किल है. विपक्ष के प्रति सहानुभूति रखने वाले मीडिया ने रेजिस्टेंस फोर्स द्वारा छोटे पैमाने पर गोलीबारी और तोड़फोड़ की सूचना दी. बताया गया कि मोबाइल टावरों को भी गिराया गया है. इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आते रहे हैं, मगर इन्हें सत्यापित करना कठिन रहा है.
हथियारों की असमानता पड़ी मिलिशिया पर भारी
नई लड़ाई की जानकारी देते हुए ग्रामीण ने कहा कि मिलिशिया के कम से कम 11 सदस्य मारे गए हैं. शुक्रवार को मारे गए लोगों के शवों को इंटरनेट पर सर्कुलेट किया गया. वहीं, कई लोगों ने इनकी पहचान भी की. ग्रामीण ने कहा, हमारे पास केवल हाथों से बनी बंदूकें और लॉक फायरआर्म्स हैं. जैसे ही बारिश होने लगी, ये हथियार बेकार हो गए. कई लोगों की मौत हथियारों की असामनता की वजह से हुई. म्यांमार के सरकारी सुरक्षा बल आधुनिक हथियारों से लैस हैं और उन्हें हवाई मदद भी मिली.

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