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पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो में सैन्य अड्डे पर हुई भीषण गोलीबारी, राष्ट्रपति के खिलाफ देश के सैनिकों ने ही खोला मोर्चा

Renuka Sahu
24 Jan 2022 5:59 AM GMT
पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो में सैन्य अड्डे पर हुई भीषण गोलीबारी, राष्ट्रपति के खिलाफ देश के सैनिकों ने ही खोला मोर्चा
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फाइल फोटो 

पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो की राजधानी औगाडोउगोउ में एक सैन्य अड्डे पर रविवार तड़के भारी गोलीबारी हुई है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो (Firing in Burkina Faso) की राजधानी औगाडोउगोउ में एक सैन्य अड्डे पर रविवार तड़के भारी गोलीबारी हुई है. इससे यह आशंका जताई जा रही है कि देश में इस्लामी चरमपंथ (Islamic Extremism) से सरकार के निपटने के तौर-तरीकों को लेकर हफ्तों से बढ़ते असंतोष के बाद तख्तापलट की कोशिश की जा रही है (Burkina Faso Unrest). सरकार ने एक बयान में सेना के बैरक में गोलीबारी होने की बात स्वीकार की है, लेकिन देश पर सेना के कब्जा कर लेने से इनकार किया है.

रक्षा मंत्री एमी बर्थेलेमी सिम्पोर ने सरकारी प्रसारणकर्ता आरटीबी से कहा कि ना सिर्फ औगाडोउगोउ में बल्कि कुछ अन्य शहरों में भी कुछ बैरक प्रभावित हुए हैं (Burkina Faso Army Mutiny). उन्होंने इस बात से इनकार किया कि राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोर को विद्रोही सैनिकों ने हिरासत में ले लिया है, हालांकि वह कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. आरटीबी ने अपनी एक प्रमुख खबर में गोलीबारी को 'सैनिकों द्वारा असंतोष प्रकट करने का कृत्य' बताया.
किसी संस्था को नहीं बनाया निशाना
खबर में कहा गया है, 'सेना के उच्च अधिकारी बैरक में शांति बहाल करने पर काम कर रहे हैं. कुछ सूचना के उलट, गणराज्य की किसी भी संस्था को निशाना नहीं बनाया गया है.' लामीजाना सांगौले सैन्य बैरक, रविवार तड़के सैनिकों के विद्रोह करने के बावजूद नियंत्रण में है. गुस्साये सैनिकों ने हवा में गोलीबारी की, जो राष्ट्रपति के खिलाफ उनके रोष को प्रदर्शित कर रही थी. बाद में करीब 100 मोटरसाइकिल सैन्य अड्डे से निकली, जिस दौरान विद्रोहियों के समर्थन में नारे लगाये जा रहे थे. लेकिन जब सुरक्षा बलों ने आंसू गैस छोड़े तब उन्हें रूकना पड़ गया.
बेहतर परिस्थितियों की मांग कर रहे सैनिक
सैनिकों की ओर से एक व्यक्ति ने फोन पर एसोसिएटेड प्रेस से कहा कि वे इस्लामी आतंकियों के खिलाफ बढ़ती लड़ाई के बीच बुर्किना फासो की सेना के लिए कामकाज की बेहतर परिस्थितियों की मांग कर रहे हैं (Gunfire in Burkina Faso). उनकी मांगों में चरमपंथियों के खिलाफ लड़ाई में सैनिकों की संख्या बढ़ाना और घायलों तथा जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों की बेहतर देखभाल करना शामिल हैं. औगाडोउगोउ में एक प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति के इस्तीफे की प्रदर्शनकारियों द्वारा मांग किये जाने के एक दिन बाद यह गोलीबारी हुई है.
विरोध का सामना कर रहे राष्ट्रपति
काबोर, नवंबर 2020 में राष्ट्रपति पद पर फिर से निर्वाचित होने के बाद से ही विरोध का सामना कर रहे हैं उन्होंने पिछले महीने देश के प्रधानमंत्री को बर्खास्त कर दिया और मंत्रिमंडल के ज्यादातर सदस्यों को बदल दिया था. कभी शांतिपूर्ण रहे इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही है क्योंकि अलकायदा और इस्लामिक स्टेट समूह के हमले बढ़ रहे हैं. हाल के वर्षों में हजारों लोग मारे गये हैं और करीब 15 लाख लोग विस्थापित हो गए.
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