चीन के शहर झेंगझोऊ में कोरोना वायरस के 64 मामले सामने आने के बाद एक औद्योगिक क्षेत्र में बुधवार को लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई. शहर में संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच ऐप्पल इंक आईफोन के कर्मचारी उसके कारखाने से चले गए हैं. हालांकि सरकार की ओर से की गई घोषणा में इस बात का जिक्र नहीं है कि झेंगझोऊ हवाई अड्डे के आर्थिक क्षेत्र को अलग किए जाने का फॉक्सकॉन कारखाने में सामने आए मामलों से कोई संबंध है. घोषणा क्यों की गई, इसका भी कोई जिक्र नहीं किया गया है.
24 घंटे में कोरोना वायरस के 64 मामले
आपको बता दें कि सरकारी फरमान के अनुसार फॉक्सकॉन कारखाने के आस पास खाद्य पदार्थों व चिकित्सकीय सामग्री पहुंचाने वालों के अलावा एक सप्ताह तक वहां किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार झेंगझोऊ में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 64 मामले सामने आए. शहर की आबादी करीब 1.25 करोड़ है और यहां 294 लोग ऐसे भी संक्रमित पाए गए जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे. हालांकि औद्योगिक क्षेत्र में कितने मामले सामने आए उसकी कोई जानकारी नहीं दी गई.
कोरोना के खिलाफ चीन रवैया सख्त
देश की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने वायरस को लेकर कोई भी कोताही न बरतने की नीति अपना रखी है, जिसके तहत मामलों की संख्या देखते हुए इलाकों में लोगों की आवाजाही पर हफ्तों तक की रोक लगाई गई है. फॉक्सकॉन ने रविवार को कहा था कि संक्रमण की चपेट में आने से बचने के लिए कर्मचारियों को कामकाज की जगह से भेजा जा रहा है. कंपनी ने कहा कि उनके कर्मचारियों का इलाज चल रहा है, हालांकि वहां अब और मामले सामने आ रहे हैं या नहीं इस संबंध में उसने कोई जानकारी नहीं दी.