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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: स्पर्म डोनेट कर 18 बच्चों के जैविक पिता बन चुके एडम हूपर चर्चा में हैं. असल में हूपर अब स्पर्म डोनेट करने के एक टूर पर निकले हैं. हूपर बच्चों की चाहत रखने वाली महिलाओं को स्पर्म का सैंपल देंगे.
वैसे हूपर के खुद के भी दो बच्चे हैं. इस तरह अब तक वो 20 बच्चों के पिता बन चुके हैं. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में रहने वाले एडम हूपर को अपने टूर से काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने बताया कि इस टूर से कई जरूरतमंद महिलाएं एक साथ आएंगी. टूर के पहले चरण में वो ब्रिस्बेन पहुंचे, जहां वह 10 दिनों के अंदर कई महिलाओं को अपने स्पर्म का सैंपल देंगे.
ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में रहने वाली इंग्रिड स्टेफैन्यु, उन महिलाओं में शामिल हैं जिन्हें हूपर से मदद मिली. इंग्रिड स्टेफैन्यु ने IVF ट्रीटमेंट पर 10 लाख रुपए से भी ज्यादा का खर्चा किया था. लेकिन, उनका ट्रीटमेंट असफल रहा.
फिर इंग्रिड ने एडम हूपर से फेसबुक पेज 'स्पर्म डोनेशन ऑस्ट्रेलिया' के माध्यम से संपर्क किया. जिसके बाद इंग्रिड उनसे सैंपल लेने लिए पर्थ गई थीं.
पेशे से योगा टीचर ग्रेटा फ्रेंच केनेडी भी अन्य स्पर्म डोनर से गर्भवती नहीं हो पा रही थीं. लेकिन वह एडम के आइडिया से काफी खुश हैं.
एडम हूपर के खुद के दो बच्चे हैं. वहीं 18 बच्चे, स्पर्म डोनेट करने के बाद पैदा हुए. हूपर चाहते हैं कि वो इन बच्चों की जिंदगी का हिस्सा बने और उनके साथ फोटो क्लिक करवा सकें, जरूरत हो तो बातचीत भी कर सकें.
वैसे डोनर की प्राइवेसी का तब तक पूरा ध्यान रखा जाता है जब तक बच्चे बालिग नहीं हो जाते. न्यू साउथ वेल्स में मौजूद, आईवीएफ ऑस्ट्रेलिया (IVF Australia) के मुताबिक, कानूनी रूप से 21 से लेकर 45 साल की उम्र के लोग स्पर्म डोनेट कर दूसरों की मदद कर सकते हैं.
jantaserishta.com
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