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पाकिस्तानी सेना पर घातक हमला, बड़ी संख्या में सैनिकों के मारे जाने की आशंका

Gulabi
25 Sep 2021 12:53 PM GMT
पाकिस्तानी सेना पर घातक हमला, बड़ी संख्या में सैनिकों के मारे जाने की आशंका
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बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर एक बड़ा हमला कर दिया है

Baloch Freedom Fighters Attack on Pakistan Army: बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर एक बड़ा हमला कर दिया है. ये हमला रॉकेट और दूसरे घातक हथियारों से किया गया है. घटना अवारान जिले के पिरांजर इलाके की है. ये जगह बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan Province) में स्थित है. ऐसी आशंका है कि बड़ी संख्या में सैनिकों की मौत हो हुई है. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक IED हमले में पाकिस्तान सेना का वाहन तबाह हो गया है.

अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि सेना के वाहन पर पाकिस्तान का झंडा लगा था. इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई है और पांच घायल हुए हैं (Attack on Pak Army). मारे गए सैनिकों में पाकिस्तान सेना के जवान लांस नाइक मोहम्मद मुनीर का नाम शामिल है. साथ ही बलूचिस्तान लिब्रेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. मामले में बीएलएफ के प्रवक्ता का कहना है कि पाकिस्तान सेना के 11 लोग मारे गए हैं.
क्यों किया गया है हमला?
पाकिस्तान की सेना पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि ये लोग इलाके में एक ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए आए थे. अभी कितने लोगों की मौत हुई है, ये साफतौर पर पता नहीं चल सका है. मामले में पाकिस्तान सेना की ओर से ना तो कोई बयान जारी किया गया है और ना ही हमले या फिर सैनिकों की मौत की कोई पुष्टि की गई है (Baloch Freedom Struggle). हालांकि पाकिस्तान की सेना पर बलूचिस्तान के लोगों को यातनाएं देने और जान से मारने के आरोप हमेशा से लगते रहे हैं.
पहले भी हुआ था सेना पर हमला
करीब तीन महीने पहले बलूचिस्तान में ही पाकिस्तान की सेना पर बड़ा हमला किया गया था. जिसमें पांच सैनिकों की मौत हो गई और करीब 27 घायल हुए थे. बाद में पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army Attack) के मीडिया विंग इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस ने इस हमले की पुष्टि की थी. सेना पर हमले के बाद फायरिंग की गई और फिर बंदूकधारी भागने में कामयाब रहे. पाकिस्तानी सेना को बलूचिस्तान के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ पाकिस्तानी तालिबान (Pakistan Taliban) के हमलों का सामना भी करना पड़ रहा है. इसी साल सेना पर कई घातक हमले हुए हैं.
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