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शिविर से इलाज के बाद गायब हुआ मोटा बंदर, जंक फूड ने बनाया था काफी वजनी

Subhi
20 March 2022 1:20 AM GMT
शिविर से इलाज के बाद गायब हुआ मोटा बंदर, जंक फूड ने बनाया था काफी वजनी
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दुनिया में इंसान से मिलता जुलता कोई जानवर है तो वह बंदर (Monkey) है. वह इंसान की हर गतिविधि की फटाफट नकल कर लेता है. ऐसा ही एक बंदर थाइलैंड (Thailand) के बैंकॉक (Bangkok) में देखने को मिला, जो इंसानों को जंक फूड खाता देखकर, खुद भी इसका सेवन करने लगा.

दुनिया में इंसान से मिलता जुलता कोई जानवर है तो वह बंदर (Monkey) है. वह इंसान की हर गतिविधि की फटाफट नकल कर लेता है. ऐसा ही एक बंदर थाइलैंड (Thailand) के बैंकॉक (Bangkok) में देखने को मिला, जो इंसानों को जंक फूड खाता देखकर, खुद भी इसका सेवन करने लगा. वह जंक फूड खाने का इतना आदी हो गया था कि उसने वजन आश्चर्यजनक तौर से बढ़ा लिया था और उसकी तोंद जमीन से लगने लगी थी. लोग उसे प्यार से 'अंकल फैटी' (Uncle Fatty) कहकर बुलाते थे. बताया जा रहा है कि अब वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया.

सोशल मीडिया पर फेमस

डेली स्टार में छपी खबर के अनुसार, अंकल फैटी (Uncle Fatty) के नहीं मिटने वाली भूख ने, उन्हें लाखों लोगों के लिए एक रोल मॉडल बना दिया था. दुनिया भर के समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में उनके चंकी फिगर की फोटे प्रकाशित हुई थी. इसके बाद वन्यजीव अधिकारियों ने कथित तौर पर इस लंबी पूंछ वाले बंदर पर अपनी नजर रखनी शुरू की.

फेटी शिविर में कराया गया एडमिट

बताया जाता है कि बैंकॉक (Bangkok) के बाजार में आने वाले लोग उसे खरबूजे, मिल्कशेक, स्वीटकॉर्न और नूडल्स दे जाते थे. इससे बंदर को भूख बढ़ने लगी. राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव और संरक्षण प्राधिकरण द्वारा स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाने के बाद, उन्हें मई 2017 में नखोन नायक वन्यजीव बचाव केंद्र में के एक फेटी शिविर में भर्ती कराया गया था.

काफी अधिक बढ़ गया था वजन

वहां काम करने वाले लोगों ने कहा कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि अंकल फैटी के वजन को प्रजाति के अन्य बंदरों के औसत वयस्क वजन (8 किलो) तक कम करने के लिए प्रयास किया जाए. हालांकि, कई लोग बंदर को सड़कों से दूर करने को लेकर दुखी थे. एक 'मंकी लवर्स' ने कहा था कि वे चाहते हैं कि वह जल्द से जल्द अपने दोस्तों के पास लौट आएं, क्योंकि वह बीमार नहीं थे और क्षेत्र में छोटे बंदरों के नेता थे.

शिविर में 2 किलो कम

शिविर में रिहेब के बाद अंकल फैटी का वजन लगभग 2 किलो कम हो गया था. इसके बाद वन्यजीव संरक्षण कार्यालय के एक पशु चिकित्सक ने कहा था कि उनका पेट अब जमीन पर नहीं लगता है. वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और शिविर से जल्द वापस छोड़ दिया जाएगा. अब वह प्राकृतिक खाद्य पदार्थ खाने का भी आदी हो गया है.

शिविर से जाने के बाद नहीं दिखा बंदर

हालांकि, अफसोस की बात है कि इसके बाद बंदर का आगे क्या हुआ, यह एक रहस्य बना हुआ है. बंदर विशेषज्ञों ने कहा कि उसे 5 महीने पहले शिविर से छोड़ दिया गया था. हालांकि, अब तक वह किसी को नजर नहीं आया. विशेषज्ञ इस बात पर बंटे हुए हैं कि वह बुढ़ापे में मर गया होगा या जंक फूड न मिलने की वजह से उसकी जान चले गई होगी.


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