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पश्चिमी देशों में सबसे तेज संक्रमण, ओमिक्रॉन वेरिएंट के ज्यादा मामले

Neha Dani
13 Jan 2022 1:57 AM GMT
पश्चिमी देशों में सबसे तेज संक्रमण, ओमिक्रॉन वेरिएंट के ज्यादा मामले
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डेल्टा वेरिएंट से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक फिलहाल कोरोनावायरस (Coronavirus) की सबसे तेज रफ्तार इस समय दक्षिण पूर्व एशिया में ही है. WHO ने 3 जनवरी से 9 जनवरी के बीच के हफ्ते में आकलन करके पाया कि इस अवधि में दक्षिण पूर्व एशिया में कोरोना के मामले 418% तक बढ़े.

पश्चिमी देशों में सबसे तेज संक्रमण
संगठन के मुताबिक इसी अवधि में पश्चिमी देशों में 122%, अमेरिका में 78% और यूरोप में 31% की दर से कोरोना के केस बढ़े. हालांकि अगर इस सप्ताह होने वाली मौतों की बात करें तो अफ़्रीका में 84% और अमेरिका में 26% मौतें हुईं. अच्छी बात यह है कि दक्षिण पूर्व एशिया में मौतों का आंकड़ा घटा है. इस सप्ताह दक्षिण पूर्व एशिया में केवल 6% लोगों की मौत हुई. इसी तरह यूरोप में भी मौतों का आंकड़ा घटा और 10% मरीजों की ही मौतें हुईं.
हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह भी साफ किया कि अभी भी कोरोना वायरस (Coronavirus) की सबसे तेज रफ्तार अमेरिका और यूरोप में ही है. यूरोप में प्रति एक लाख की जनसंख्या पर 766 नए केस दर्ज किए गए. जबकि अमेरिका में प्रति एक लाख पर 598 नए मामले पिछले हफ्ते दर्ज किए गए हैं.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के ज्यादा मामले
दुनिया भर में दर्ज किए गए कोरोना (Coronavirus) के कुल मामलों में 58% मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट के थे. वहीं 41% मामले डेल्टा वेरिएंट, 12% अल्फा, 2% गामा और 1% से भी कम मामले बीटा वेरिएंट के रहे.
ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) यूरोप में सबसे पहले 22 नवंबर 2021 को डेनमार्क में पाया गया था. उसके बाद से लगातार यह वेरिएंट लोगों को अपना शिकार बना रहा है. WHO वैक्सीनेटेड लोग और पहले संक्रमित हो चुके लोगों में भी ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैल रहा है. हालांकि बिना वैक्सीन वाले लोगों को इस वेरिएंट से ज्यादा खतरा है.
बाकी के मुकाबले कम गंभीर है ओमिक्रॉन
साउथ अफ्रीका में की गई एक स्टडी के हवाले से WHO ने आश्वस्त किया है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट की गंभीरता बाकी वेरिएंट के मुकाबले काफी कम है. स्टडी में देखा गया कि ओमिक्रॉन (Omicron) के शिकार 5% लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है. जबकि बीटा वेरिएंट के शिकार 19% लोग और डेल्टा वेरिएंट के शिकार 14% लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था.
इसी तरह बीमारी की गंभीरता की बात करें तो ओमिक्रॉन (Omicron) के 28% मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं, जबकि beta वेरिएंट के फैलाव के वक्त 60% मरीज और डेल्टा के शिकार सबसे ज्यादा 67% मरीज गंभीर हालात में पहुंचे थे. इसका मतलब डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन के शिकार मरीज 73% ज्यादा सुरक्षित हैं.
ओमिक्रॉन संक्रमितों में बढ़ रही है इम्यूनिटी
साउथ अफ्रीका में ही 15 लोगों पर की गई एक स्टडी में यह भी पाया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) का शिकार होने के बाद मरीज की डेल्टा वेरिएंट से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है.


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