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ये मुल्क है फ्रांस (France), जहां किसानों ने मांग की है कि उनकी फसल की सही कीमत दी जाए
भारत में जारी किसान प्रदर्शन (Farmer Protest) के बीच दुनिया के एक अन्य हिस्से में भी अन्नदाता अपनी उपज की सही कीमतों को लेकर सड़कों पर उतरे हैं. दरअसल, ये मुल्क है फ्रांस (France), जहां किसानों ने मांग की है कि उनकी फसल की सही कीमत दी जाए. इसके अलावा किसानों की गिरती आय और आर्थिक असमानता भी कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर किसान सरकार से नाराज हैं. इसके लिए फ्रांसीसी किसान संगठन विरोध प्रदर्शन (France Farmer Protest) कर रहे हैं. फ्रांस के अलग-अलग शहरों में विभिन्न किसान संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.
किसानों ने देशभर के सुपरमार्केट्स और डिस्ट्रिब्यूशन सेंटरों के बाहर जमावड़ा किया हुआ है और नारेबाजी कर रहे हैं. दूसरी ओर, प्रदर्शनों के दौरान आत्महत्या करने वाले किसानों को याद किया गया है. राजधानी पेरिस में पुतलों को पेड़ों से लटकाया गया. ऐसा आत्महत्या करने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया है. प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार से मांग की है कि वह देश में बढ़ रही आर्थिक असमानता को कम करे. साथ ही अनाजों के दामों में हुई गिरावट के मुद्दे पर सरकार संज्ञान ले.
सुपरमार्केट्स और ड्रिस्ट्रिब्यूशन सेंटरों ने बिगाड़ी फसलों की कीमतें
फ्रांसीसी किसानों का कहना है कि देश में बड़े पैमाने पर खेती होने के बाद भी किसान फसलों के सही दाम से वंचित रह जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि देश के कुछ बड़े सुपरमार्केट्स और डिस्ट्रिब्यूशन सेंटरों ने मार्केट पर कब्जा जमाया हुआ है. इनके चलते उपज की कीमत खासा प्रभावित हो रही है. दूसरी ओर, प्रदर्शनों को खत्म करने के लिए किसान संगठनों के प्रतिनिधि फसलों को खरीदने वाले होलसेलर्स के साथ बातचीत करने में जुटे हुए हैं.
किसान संगठन और सुपरमार्केट्स कर रहे चर्चा
फ्रांस में साल 2018 में एक कानून पारित किया गया. इसके तहत खाद्यान की कीमतों को लेकर सुपरमार्केट्स और किसानों के बीच चर्चा होनी होती है. इस वजह से दोनों पक्षों कीमतों के मुद्दे को निपटाने के लिए बातचीत की मेज पर आए हुए हैं. इस बातचीत में फ्रांसीसी सरकार के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया है. किसानों का ये आंदोलन पिछले एक महीने से जारी है, लेकिन अभी तक प्रदर्शनकारी किसानों की मांगों को कोई हल नहीं निकल सका है. दूसरी ओर, सरकार पर भी लगातार दबाव बनता जा रहा है.
दोनों पक्षों ने कही ये बात
फ्रांसीसी किसानों ने कहा है कि सुपरमार्केट्स की मनमानी की वजह से वे अपनी लागत की भरपाई करने में भी असमर्थ हैं. इस कारण उन्हें घाटा उठाना पड़ रहा है. दूसरी ओर, सुपरमार्केट्स ने अपनी राय रखते हुए कहा कि किसानों को फायदे में रखने के लिए उपभोक्ताओं की जेब नहीं काटी जा सकती है. इस कारण दोनों पक्षों के बीच गतिरोध बना हुआ है. गौरतलब है कि भारत में भी लंबे समय से तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, अभी तक भारतीय किसानों का भी कोई हल निकलता हुआ नजर नहीं आ रहा है.
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