सिंचाई विभाग के बार-बार समस्या अनसुनी करने पर क्षेत्र के किसानों ने खुद ही सिंचाई नहर की सफाई शुरू कर दी है। मालूम हो कि किसानों ने धान और मवेशियों के लिए चारा की बुआई के लिए खेत तैयार कर लिए हैं। बस इनमें अब सिंचाई करनी ही शेष है। किसानों ने कहा है कि सिंचाई गूलों में मलबा जमा है। इस कारण खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। विभाग उनकी समस्या भी अनसुनी कर रहा है।ग्राम प्रधान ध्यान सिंह असवाल ने कहा कि नहर की मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब किसानों ने नहरों की खुद ही सिंचाई शुरू कर दी है।
सिंचाई विभाग हर साल नहरों की सफाई को लेकर बजट बनाता है, लेकिन सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर देता है।
कहा कि खैरीकलां में निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट के पास भूमिगत सिंचाई नहर मलबा भर जाने से बंद पड़ी है। इससे काश्तकारों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में सिंचाई विभाग के एसडीओ अनुभव नौटियाल से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।