तीन दिवसीय यात्रा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को केन्या पहुंचे। वह प्रमुख पूर्वी अफ्रीकी देश के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से कई बैठकें करेंगे। जयशंकर के यहां पहुंचने पर विदेश मामलों के मुख्य प्रशासनिक सचिव (सीएएस), केन्या गणराज्य ने उनका स्वागत किया। वह अपने केन्याई समकक्ष के साथ भारत-केन्या संयुक्त आयोग की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की जाएगी।
जयशंकर भारत-केन्या संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए केन्याई सरकार के अन्य मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर लिखा, 'वह केन्या के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए कई बैठकें करेंगे, जिसकी शुरुआत सीएस @ForeignOfficeKE अंब रेशेल ओमामो के साथ आज (शनिवार) से होगी।
विदेश मंत्रालय ने यात्रा से पहले नई दिल्ली में कहा, विकास साझेदारी दोनों देशों के बीच संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसे यात्रा और गहरा करना चाहती है। मंत्री संपन्न भारतीय मूल के समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे, जो दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु है। भारत और केन्या इस समय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सेवारत हैं। वे राष्ट्रमंडल के सदस्य भी हैं। केन्या अफ्रीकी संघ का एक सक्रिय सदस्य है, जिसके साथ भारत के लंबे समय से संबंध हैं।