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भारतीय समुदाय से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की मुलाकात, मेलबर्न की अपनी यात्रा का किया समापन

Renuka Sahu
13 Feb 2022 4:18 AM GMT
भारतीय समुदाय से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की मुलाकात, मेलबर्न की अपनी यात्रा का किया समापन
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फाइल फोटो 

विदेश मंत्री एस जयशंकर, आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने के निमंत्रण पर 10 से 13 फरवरी तक आस्ट्रेलिया की एक आधिकारिक यात्रा पर हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विदेश मंत्री एस जयशंकर, आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने के निमंत्रण पर 10 से 13 फरवरी तक आस्ट्रेलिया की एक आधिकारिक यात्रा पर हैं। शुक्रवार को वह चौथी क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक का हिस्सा बने। बता दें कि क्वाड की यह अहम बैठक मेलबर्न में हुई। यहां पर डा एस जयशंकर ने देश में भारतीय समुदाय से मुलाकात की और रविवार को मेलबर्न की अपनी यात्रा का समापन किया। उन्होंने इस मुलाकात में भारतीय समुदाय से बातचीत की। साथ ही उन्होंने भारत की सकारात्मक छवि को एक बेहतर आकार देने में प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।

क्या कहा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने‌ अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर लिखा, 'भारतीय समुदाय के साथ मेरी मेलबर्न यात्रा का समापन करना उचित है। भारत की सकारात्मक छवि को आकार देने में उनकी भूमिका सराहनीय है। हमारे संबंधों के इस नए चरण में वे प्रमुख भागीदार है।'
इससे पहले शुक्रवार को जयशंकर ने कहा था कि क्वाड रिलेटरल सिक्योरिटी डायलाग (Quad) समसामयिक मुद्दों को संबोधित करने वाले सामूहिक प्रयासों के माध्यम से हिंद-प्रशांत में शांति और स्थिरता और आर्थिक समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर रहा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'हम एक एजेंडा बना रहे हैं जो एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के हमारे साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना चाहता है। हम सामूहिक प्रयासों के माध्यम से हिंद-प्रशांत में शांति और स्थिरता और आर्थिक समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के इच्छुक हैं जो समकालीन मुद्दों को संबोधित करते हैं।'
आपको बता दें कि चौथी क्वाड बैठक में भारत, आस्ट्रेलिया, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष राजनयिकों ने सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस व स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा दिया।
आस्ट्रेलिया के साथ अपनी द्विपक्षीय वार्ता में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, दोनों देश नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय जल में नेविगेशन की स्वतंत्रता, सभी के लिए क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करते हुए सभी के लिए कनेक्टिविटी, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे।
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