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नई दिल्ली (आईएएनएस)| केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मोदी सरकार के 9 वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में देश भर में चलाए जा रहे विशेष जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत गुरुवार को दिल्ली के पश्चिमी दिल्ली जिले में काबुल से आये विस्थापित परिवारों ,1984 दंगा पीड़ित परिवारों और यूक्रेन से आये छात्रों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी और साथ ही उनसे मोदी सरकार की उपलब्धियों को लेकर चर्चा भी की। विदेश मंत्री ने इस अभियान के अंतर्गत समाज के कई अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर से भी मुलाकत कर मोदी सरकार की उपलब्धियों को लेकर चर्चा की।
यूक्रेन से वापस आये छात्र से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री ने कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद ये छात्र भारत वापस लौट आए थे , बाद में पढ़ाई पूरी करने के लिए ये वहां फिर से गये लेकिन वहां अभी भी स्थिति ठीक नहीं है जिस वजह से उन्हें फिर वापस आना पड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार की यह कोशिश है कि इन भारतीय छात्रों की परीक्षाएं भारत में ही कराई जा सके।
अफगानिस्तान से आये सिख शरणार्थियों से मुलाकात करने के बाद विदेश मंत्री ने कहा कि सीएए के कारण पूरे विश्वास के साथ ये लोग भारत आ पाएं जबकि इस पर जमकर राजनीति की गई थी। उन्होंने कहा कि वहां से आने वाले कुछ लोग अपनी नागरिकता का इंतजार कर रहे हैं। कुछ लोगों ने अपने बच्चों के लिए भारत की नागरिकता ली है जिसमें उनको बाद में कुछ दिक्कतें आईं। कुछ लोग वापस जाना चाहते हैं क्योंकि वहां उनकी संपत्ति है। लेकिन इनके आने-जाने में वीजा की दिक्कत है क्योंकि इन्हें डबल ट्रिपल एंट्री वीजा की जरूरत है।
इसके अलावा केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरु अर्जुन देव गुरुद्वारा में दर्शन करने के साथ ही 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों से भी मुलाकात की।
शुक्रवार को विदेश मंत्री नई दिल्ली जिले स्थित साउथ कैम्पस के रामलाल आनंद एवं आर्य भट्ट कॉलेज में छात्रों के साथ, आईएनए में डीडीए के सरकारी कर्मचारियों के साथ,जनपथ में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रतिनिधियों के साथ और सरोजनी नगर में सिद्धि विनायक मंदिर में दक्षिण भारतीय लोगों के साथ चर्चा करेंगे।
--आईएएनएस
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