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जिन पर दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर माले (Male) पहुंचे और अपनी इस यात्रा के दौरान मालदीव (Maldives) के साथ भारत के लंबे समय से मजबूत रिश्तों का उल्लेख किया. उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को और आगे ले जाने की बात कही. जयशंकर ने मालदीव के अपने समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद (Abdullah Shahid) के साथ द्विपक्षीय सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही मालदीव को कोविड-19 टीके (Covid-19 Vaccine) की एक लाख अतिरिक्त खुराक भी सौंपी.
दोनों विदेश मंत्रियों ने कोविड-19 महामारी की परिस्थितियों में सुधार और भारत की सहायता से तैयार परियोजनाओं के अलावा विभिन्न मंचों पर सहयोग को लेकर चर्चा की. दोनों पक्षों ने शहरी विकास, सड़क के बुनियादी ढांचे और आवास समेत अन्य क्षेत्रों से संबंधित समझौतों को साझा किया, जिन पर दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं.
'पड़ोसी प्रथम की नीति' के केंद्र में मालदीव
जयशंकर ने कहा कि ये समझौते दोनों देशों के बीच मजबूत और बहुआयामी विकास साझेदारी के प्रतीक हैं. दो दिवसीय दौरे पर मालदीव आए जयशंकर ने विदेश मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री केराफा नसीम को कोविड-19 टीके की एक लाख अतिरिक्त खुराकें सौंपी. जयशंकर ने कहा कि समय द्वारा परखे गए हमारे संबंध आज नई ऊंचाइयों पर जा रहे हैं और लोगों के जीवन को इस प्रकार छू रहे हैं जैसा पहले कभी नहीं हुआ.
An extraordinarily deep partnership reaffirmed.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 20, 2021
Comprehensive talks with FM @abdulla_shahid. Deeply appreciate our close cooperation during Covid. Agreed to look beyond at post-pandemic economic recovery. pic.twitter.com/i51jEA0i6X
मालदीव के विदेश मंत्री के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान जयशंकर ने कहा कि हम ना केवल विकास में बल्कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी साझेदार हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'पड़ोसी प्रथम की नीति' में मालदीव का केंद्रीय स्थान है. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत द्वारा कोविड-19 टीके की पहली और सबसे बड़ी सहायता मालदीव को मुहैया कराई गई. यह पहला देश था, जहां भारत ने सबसे पहले टीके की खेप भेजी.
खेल को बढ़ावा देने के लिए चार करोड़ डॉलर की मदद
उन्होंने ट्वीट किया कि एक असाधारण गहरी साझेदारी की पुष्टि हुई. विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ व्यापक चर्चा हुई. कोविड महामारी के दौरान हमारे करीबी सहयोग की सराहना की. बाद में, माले स्थित इकुवेनी स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान जयशंकर ने देश में खेल ढांचे को मजबूत करने के लिए मालदीव को चार करोड़ डॉलर की मदद की पेशकश की.
उन्होंने कहा कि मालदीव के लोगों में खेल के प्रति जबरदस्त लगाव और काबिलियत है. विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक विश्वसनीय और भरोसेमंद साझेदार है. दो दिवसीय दौरे के दौरान वह मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से भी मुलाकात करेंगे. जयशंकर देश के अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से भी वार्ता करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करेंगे.
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