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पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी कराची में सीवेज प्रणाली में हुए भीषण विस्फोट में शनिवार को कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य घायल हो गए।
पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी कराची में सीवेज प्रणाली में हुए भीषण विस्फोट में शनिवार को कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य घायल हो गए। अखबार 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक कराची के शेरशाह इलाके में एचबीएल बैंक की इमारत ढंके हुए सीवर के ऊपर बनी हुई थी और विस्फोट के हताहतों में ज्यादातर एचबीएल बैंक के ग्राहक और कर्मचारी हैं। कराची के प्रशासक मुर्तजा वहाब ने कहा कि विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने कहा कि विस्फोट में सत्ताधारी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य आलमगीर खान के पिता समेत 14 लोगों की मौत हुई है। बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) की एक प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि सीवरेज लाइन में गैस जमा होने के कारण विस्फोट हुआ। रिपोर्ट में एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि आतंकवाद निरोधक अधिकारी भी विस्फोट की जांच कर रहे हैं। 'जियो टीवी' की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जिससे यह संकेत मिले कि विस्फोट को आतंकवादी घटना से जोड़ा जा सकता है। हालांकि, सुई सदर्न गैस कंपनी (एसएसजीसी) ने कहा है कि क्षेत्र में ''एसएसजीसी की कोई गैस पाइपलाइन'' नहीं है।
बीडीएस की रिपोर्ट का खंडन करते हुए एसएसजीसी ने कहा, ''यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि न तो आग की लपटें दिखाई दे रही थीं और न ही क्षेत्र में प्राकृतिक गैस की गंध आ रही थी। यह स्पष्ट संकेत है कि विस्फोट एसएसजीसी की किसी भी पाइपलाइन में नहीं हुआ।'' पुलिस ने कहा कि बैंक की इमारत सीवरेज और गैस की पाइपलाइन वाले हिस्से पर बनी थी, जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो गया है कि विस्फोट सीवरेज लाइन में गैस जमा होने के कारण हुआ या गैस पाइपलाइन के साथ कुछ हुआ था अथवा वहां विस्फोटक सामग्री रखी गई थी।
दक्षिण क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शरजील खराल ने कहा, ''हमें नहीं पता कि यह गैस विस्फोट था या नहीं। हमारी पहली प्राथमिकता बचाव अभियान है और फिर हम विस्फोट के कारण का पता लगा सकते हैं।'' विस्फोट के फुटेज में क्षतिग्रस्त वाहनों के साथ एक क्षतिग्रस्त इमारत और जमीन पर मलबा दिखाई दिखा, वहीं बचावकर्मी घायलों को निकालने की कोशिश कर रहे थे। 'जियो टीवी' के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि क्षतिग्रस्त इमारत के मलबे के नीचे कई लोग दबे हुए हैं। मलबा हटाने और उसमें फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए दो मशीन भी घटनास्थल के लिए भेजी गई।
'जियो टीवी' की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बम निरोधक इकाई (बीडीयू) भी उस स्थान पर पहुंच गई है और घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शनिवार होने के कारण आरबीएल बैंक के नौ कर्मचारी ही ड्यूटी पर आए थे। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। यह विस्फोट ऐसे वक्त हुआ है जब एक दिन बाद पाकिस्तान अफगानिस्तान की स्थिति से निपटने के लिए इस्लामाबाद में इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की 17वीं असाधारण बैठक की मेजबानी कर रहा है।
Ritisha Jaiswal
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