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विशेषज्ञ: कोरोना के नए वेरिएंटका पता लगाने भारत से लौटे प्रत्येक व्यक्ति का 21 दिन तक हों क्वारंटीन

Gulabi
22 April 2021 6:11 AM GMT
विशेषज्ञ: कोरोना के नए वेरिएंटका पता लगाने भारत से लौटे प्रत्येक व्यक्ति का 21 दिन तक हों क्वारंटीन
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सिंगापुर के विशेषज्ञों ने कहा है कि

सिंगापुर (Singapore) जाने वाले भारतीयों (Indians) को आने वाले समय में 14 दिन के बजाय 21 दिनों तक क्वारंटीन (Quarantine) में रहना पड़ सकता है. सिंगापुर के विशेषज्ञों ने कहा है कि सार्स-सीओवी-2 के दो बार रूप परिवर्तित कर चुके नये वेरिएंट के खिलाफ देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत से लौटे प्रत्येक व्यक्ति को 14 दिन के बजाय 21 दिन तक क्वारंटीन में रखना होगा. 'द स्ट्रेट्स टाइम्स' ने बृहस्पतिवार को यह खबर दी. हालांकि, इसमें कहा गया कि भारत से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगाने की जरूरत नहीं है.

एनयूएस सॉ स्वी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में वैश्विक स्वास्थ्य के उपाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर सू ली यांग ने कहा, 14 दिनों तक क्वारंटीन या घर पर रहने के नोटिस (SHN) से 98 फीसदी से अधिक कोरोना मामलों का पता चला है. इसमें वे लोग भी शामिल हैं, जो उड़ान के दौरान संक्रमित हुए हैं. यांग ने कहा, 21 दिनों के क्वारंटीन और कुछ खास जांचों से लगभग सभी मामलों का पता चल जाएगा. हालांकि यात्री को इसकी काफी मानसिक एवं आर्थिक कीमत चुकानी पड़ेगी.
21 दिन क्वारंटीन में गुजार रहे हैं भारत से सिंगापुर पहुंचे यात्री
सिंगापुर ने मंगलवार को नये सुरक्षा उपायों की घोषणा की जिनमें भारत से लौटने वाले अस्थायी निवासियों के लिए कम से कम मंजूरियां देना भी शामिल है. विशेषज्ञों ने कहा कि भारत से लौटने वाले सभी यात्रियों को किसी केंद्र पर 14 दिन क्वारंटीन में रहने के बाद अपने आवास पर सात दिन के लिए खुद को आइसोलेट रखना होगा. ये नये उपाय स्थानीय तौर पर संक्रमण के मामलों के हाल में बढ़ जाने के बीच आए हैं. नए मामलों में से तीन लोगों के संक्रमित होने के पीछे 43 साल के एक भारतीय नागरिक से संपर्क में आने को कारण माना जा रहा है. ये भारतीय नागरिक संभवत: भारत में दोबारा संक्रमित हो गया था.
भारतीय नागरिक की वजह से संक्रमित हुए उसके रिश्तेदार
दरअसल, सिंगापुर में काम करने के लिए वर्क पास रखने वाला भारतीय नागरिक एसिम्प्टोमैटिक था. वह दो अप्रैल को सिंगापुर पहुंचने पर कोरोना पॉजिटिव पाया गया, लेकिन कुछ दिन बाद उसे अस्पताल से छुटी दे दी गई. डॉक्टरों ने माना कि अब उसमें संक्रमण के लक्षण नहीं है. लेकिन घर पहुंचने पर उसके संपर्क में आने से उसके दो रिश्तेदार संक्रमित हो गए. एसोसिएट प्रोफेसर एलेक्स कुक ने कहा कि पॉजिटिव स्वैब नमूनों के मतलब है कि भारतीय नागरिक कोरोना संक्रमित था या फिर वह हाल ही में संक्रमण से ठीक हुआ था.
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