विश्व
EU और अमेरिका ने वैक्सीन निर्यात की बाधाओं को किया कम, सम्मेलन में ड्राफ्ट तैयार
Deepa Sahu
9 Jun 2021 3:30 PM GMT
x
यूरोपीय यूनियन
ब्रुसेल्स, यूरोपीय यूनियन (European Union) और अमेरिका मंगलवार को हुए एक शिखर सम्मेलन में कोरोना वैक्सीन और दवाओं पर निर्यात प्रतिबंधों को कम करने के लिए तैयार हो गए। एक ड्राफ्ट में कहा गया है की स्वेच्छा से तकनीक बांटने से उत्पादन शक्ति को बढ़ावा मिलेगा। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ड्राफ्ट में अभी बदलाव भी हो सकते हैं क्योंकि इसमें वैक्सीन के पेटेंट पर जरूरी छूट के बारे में नहीं बताया गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस ड्राफ्ट को कोविड-19 वैक्सीन की विश्व भर में कमी से निपटने के लिए अस्थाई समाधान बताया है। इस विचार का दर्जनों गरीब देशों का समर्थन प्राप्त है। ब्रुसेल्स ने पिछले हफ्ते विश्व व्यापार संगठन के सामने एक प्रस्ताव रखा था जो मौजूदा विश्व व्यापार संगठन के नियमों पर प्रकाश डालता है। इसमें साफ तौर पर लिखा है की कोई भी देश पेटेंट-धारक की सहमति के बिना निर्माताओं को लाइसेंस दे सकता है।
मंगलवार को ब्रुसेल्स में हुए शिखर सम्मेलन में यूरोपीय यूनियन-अमेरिका कोविड-19 की वैक्सीन और दवाओं की उत्पादन शक्ति बढ़ाने के लिए तैयार हुए। इसका उद्देश्य खुली और सुरक्षित सप्लाई चेन बनाना होगा। इस पर किसी भी तरह के गैर जरूरी निर्यात प्रतिबंध नहीं होंगे।
यूरोपीय संघ ने अमेरिका से उत्पादन के लिए जरूरी सामग्रियों और वैक्सीन के निर्यात में बाधा नहीं डालने का भी आग्रह किया है। बाइडन दशकों पुराने अमेरिकी रक्षा उत्पादन अधिनियम (डीपीए) का इस्तेमाल कर रहे हैं जो अमेरिकी सरकार को अमेरिका में निर्मित वैक्सीन और दवाइयों को खरीदने का पहला अधिकार देती है।
शिखर सम्मेलन के ड्राफ्ट का निष्कर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोवैक्स प्रोग्राम को भी सपोर्ट करता है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य दुनिया भर में टीकों का उचित वितरण सुनिश्चित करना है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने अब तक अपनी अतिरिक्त वैक्सीन से 80 मिलियन डोज गरीब देशों को दान करने का वादा किया है और यूरोपीय संघ ने साल के अंत तक कम से कम 100 मिलियन वैक्सीन देने का निश्चय किया है।
Next Story