जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अफ्रीकी देश इथियोपिया में एक सशस्त्र विद्रोही समूह ने तीन गांवों पर हमला बोल दिया और कम से कम 54 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया कि बंदूकधारियों ने ओरोमिया क्षेत्र स्थित अम्हरा जातीय समूह को निशाना बनाया और उनके 20 से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया।
घटना रविवार की है, लेकिन ग्रामीण इलाका होने के कारण इसकी जानकारी अगले दिन सोमवार को सामने आ सकी। क्षेत्रीय प्रकाशक इलियास उमेटा ने बताया, हत्याएं ओरोमो लिब्रेशन फ्रंट (ओएलएफ) नामक समूह के सशस्त्र हमलावरों द्वारा की गई। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र से 750 लोगों को विस्थापित किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ओएलएफ शेन ओरोमो लिबरेशन फ्रंट से अलग हो गया है। ओरोमो लिबरेशन फ्रंट शेन एक विपक्षी पार्टी है जो वर्षों विर्वासन में रही है लेकिन 2018 में प्रधानमंत्री अबी अहमद के सत्ता संभालने के बाद इसे इथियोपिया में वापसी की अनुमति दी गई है।
इसके बाद देश में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। जबकि ओएलएफ का कहना है कि वह इथियोपिया के सबसे बड़े जातीय समूह ओरोमोस के अधिकार के लिए लड़ रहा है। उमेटा ने कहा कि अभी तक हत्याओं का मकसद पता नहीं चल पाया है लेकिन सशस्त्र समूह ने लोगों से एक बैठक करने की बात कही थी और उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई।
घरों से घसीट कर ले गए और मार दिया
इथियोपिया मानवाधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त डेनियल बेक्रेले ने कहा कि अम्हरा समूह के लोगों को उनके घरों से घसीटकर एक स्कूल में ले जाया गया जहां उन्हें मार दिया गया।
मृतकों में बड़ी संख्या में महिला भी शामिल हैं, पिछले साल सप्ताह इथियोपिया के दो राज्यों के बीच लंबे समय से चले रहे सीमाओं के विवाद के कारण संघर्ष हुआ जिसमें 27 लोग मारे गए थे।
दोनों पूर्वी राज्यों की सहायक सेनाओं बीच पहले भी अपने सीमा विवाद के कारण टकराहट होती रहती है।