विश्व
तुर्की से 10 लाख शरणार्थियों को सीरिया वापस भेजने वाले हैं एर्दोगन
Renuka Sahu
9 May 2022 3:38 AM GMT
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फाइल फोटो
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने अपनी पिछली नीति को पलटते हुए बड़ा ऐलान किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन (Turkish President Recep Tayyip Erdogan) ने अपनी पिछली नीति को पलटते हुए बड़ा ऐलान किया है. एर्दोगन ने कहा कि उनकी सरकार 1 मिलियन यानी 10 लाख सीरियाई शरणार्थियों को सीरिया वापस भेजने वाली है. शरणार्थियों की स्वैच्छिक और सम्मानजनक वापसी के लिए एक परियोजना पर काम चल रहा है.
एर्दोगन ने दावा किया कि लगभग 5 लाख सीरियाई पहले ही सीरिया में सुरक्षित क्षेत्रों में लौट चुके हैं. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने यह आंकड़ा 13 लाख रखा है.
तुर्की में वर्तमान में दुनिया में सबसे ज्यादा शरणार्थी रह रहे हैं. यहां अब तक सीरिया से आए लगभग 37 लाख लोगों को शरण देते हुए अस्थायी सुरक्षा का दर्जा दिया गया. वहीं, अफगानिस्तान, इराक और अन्य देशों से आए करीब 4 लाख से अधिक शरणार्थी यहां रह रहे हैं.
पिछले कुछ वर्षों में देश में शरणार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ी है. ऐसे में तुर्की के विपक्षी दल शिकायत कर रहे हैं कि शरणार्थियों की आमद तुर्की समाज की संरचना और संस्कृति के लिए खतरा है. विपक्षी दलों की मांग है कि उन्हें उनके मुल्क वापस भेज दिया जाना चाहिए. एर्दोगन अपने विरोधियों पर शरणार्थियों के लिए अमानवीयता और असंवेदनशीलता दिखाने का आरोप लगाते रहे हैं.
जनमत सर्वेक्षणों की एक श्रृंखला से पता चला है कि तुर्की के 85 प्रतिशत लोगों को लाखों शरणार्थियों की मेजबानी करने पर कड़ी आपत्ति है. एर्दोगन ने सीरिया के इदलिब क्षेत्र में शरणार्थियों के लिए 57,000 ईट के घरों के निर्माण का आदेश दिया है. यहां से 50,000 परिवार विस्थापित हो गए थे.
3 मई को इदलिब में नए घरों के उद्घाटन समारोह में दिखाए गए एक वीडियो संदेश में एर्दोगन ने कहा, "हमने उत्पीड़ितों के जीवन और सम्मान को बचाने के लिए न केवल अपने दरवाजे खोले, बल्कि हमने उनके लिए नया घर बनाया और बना रहे हैं. हम उनके घर लौटने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. अब हम 10 लाख सीरियाई लोगों की स्वैच्छिक वापसी के लिए एक नई परियोजना पर काम कर रहे हैं."
तुर्की की मुख्य विपक्षी पार्टी सीएचपी के नेता केमल किलिकडारोग्लू ने एर्दोगन की परियोजना पर टिप्पणी करते हुए कहा, "एर्दोगन ने देश में खलबली मचा रखी है. भगोड़े अब भी सरहद से आ रहे हैं… हमने तुम्हारे झूठ को खूब झेला है."
किलिकडारोग्लू ने बार-बार कहा है कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी, तो वह सीरियाई शरणार्थियों को वापस घर भेज देगी.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा है कि पिछले नौ साल के भीतर इस देश में युद्ध के चलते 9,000 बच्चे मारे गए हैं, जबकि इस दौरान करीब 48 लाख बच्चे पैदा हुए हैं. इनमें से दस लाख बच्चे शरणार्थी शिविरों में पैदा हुए जिनके परिवारों ने युद्ध की विभीषिका से बचने के लिए दूसरे देशों में शरण ली है.
यूनिसेफ की रिपोर्ट शरणार्थी बच्चों के दर्दनाक हालात बयां करती है. यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरिएटा फोर ने एक सप्ताह पहले ही सीरिया का दौरा करने के बाद कहा कि सीरिया में युद्ध ने एक और शर्मनाक पड़ाव पूरा किया है. अब जबकि सीरियाई युद्ध दसवें साल में दाखिल हो गया है, लाखों बच्चे भी अपने जीवन का दूसरा दशक युद्ध, हिंसा, मौत और विस्थापन के माहौल में ही शुरू कर रहे हैं.
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