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इमैनुएल मैक्रों और EU चीफ पर लगा आरोप, ब्रिटेन जाने वाली 50 लाख कोविड वैक्सीन की 'चोरी' की

Gulabi
6 Oct 2021 1:02 PM GMT
इमैनुएल मैक्रों और EU चीफ पर लगा आरोप, ब्रिटेन जाने वाली 50 लाख कोविड वैक्सीन की चोरी की
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फ्रांस पर आरोप लगा है कि उसने उन 50 लाख कोविड-19 वैक्सीन की चोरी की है

France Accused of Stealing UK Vaccines: फ्रांस पर आरोप लगा है कि उसने उन 50 लाख कोविड-19 वैक्सीन की चोरी की है, जिन्हें ब्रिटेन भेजा जाना था. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर आरोप है कि उन्होंने इस साल की शुरुआत में ब्रिटेन में वैक्सीन के निर्यात को रोकने के लिए यूरोपीय संघ की प्रमुख के साथ साजिश रची थी (France UK Vaccine Row). ब्रिटिश अखबार द सन की रिपोर्ट के अनुसार, ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की एक बड़ी खेप ब्रिटेन आने वाली थी, लेकिन उसे अंतिम समय पर डायवर्ट कर दिया गया.


ब्रिटेन का फ्रांस और बेल्जियम के साथ मार्च महीने में उस समय विवाद उत्पन्न हो गया था, जब यूरोपीय संघ को वैक्सीन की आपूर्ति नहीं हो रही थी. मैक्रों ने गलत दावा करते हुए कहा था कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन 'कम प्रभावी' है (Emmanuel Macron on Astrazeneca Vaccine). जबकि यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने फाइजर वैक्सीन को ब्रिटेन नहीं भेजने की धमकी दी थी. 22 मार्च को, एस्ट्राजेनेका कंपनी के अध्यक्ष रुड डोबर ने कहा था कि हॉलैंड में प्रोडक्शन स्थल से कई लाख डोज की खेप ब्रिटेन आने की उम्मीद थी. हालांकि यह कभी नहीं आई.

ऐसा करना 'युद्ध की कार्रवाई' के समान
द सन ने सरकार के सूत्र के हवाले से बताया है कि वैक्सीन को डायवर्ट करना 'अपमानजनक' था और 'युद्ध की कार्रवाई' के समान था, जिसकी 'लागत लोगों की जिंदगी' हो सकती थी (Covid Vaccine UK France). मामले में एस्ट्राजेनेका की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है. सूत्र ने कहा, 'फ्रांस ने हमारी वैक्सीन को उसी समय चुराया, जब वे सार्वजनिक रूप उसी की बुराई कर रहे थे और सुझाव दे रहे थे कि वे इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित नहीं हैं. यह एक अपमानजनक बात थी ना कि किसी सहयोगी की कार्रवाई. ब्रिटेन को ईयू छोड़ने से रोकने के लिए वैक्सीन को यहां पहुंचने से रोक दिया गया, जिसकी कीमत उन लोगों की जिंदगी हो सकती थी, जो पहली और दूसरी डोज का इंतजार कर रहे थे.'

ईयू देशों ने अपने कदम को सही ठहराया
यूरोपीय संघ के नेताओं ने मार्च में ब्रिटेन में वैक्सीन की दूसरी खेप के शिपमेंट को अवरुद्ध करने के लिए निर्यात प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी. उस समय फ्रांस ने सुझाव दिया था कि ब्रिटेन के पास दूसरी डोज देने के लिए फाइजर वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा नहीं है (France Accused of Stealing Vaccines). इसके बाद ब्रसेल्स ने एस्ट्राजेनेका पर आरोप लगाया कि वह 120 मिलियन डोज की खेप देने के अपने सौदे से मुकर रहा है. वहीं यूरोपीय संघ के देशों ने ब्रिटेन पर उन्हें वैक्सीन का निर्यात करने में विफल रहने का आरोप लगाकर वैक्सीन के शिपमेंट को रोकने के लिए अपने समर्थन को उचित ठहराया था.

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