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बीजिंग द्वारा हांगकांग स्वायत्त क्षेत्र के चुनावों में संशोधन के लिए प्रस्ताव पारित करने के बाद हुए मतदान में चीन समर्थक प्रत्याशियों ने भारी जीत दर्ज की है।
बीजिंग द्वारा हांगकांग स्वायत्त क्षेत्र के चुनावों में संशोधन के लिए प्रस्ताव पारित करने के बाद हुए मतदान में चीन समर्थक प्रत्याशियों ने भारी जीत दर्ज की है। चुनाव कानून में बदलाव के बाद हुए पहले चुनाव में चीन समर्थकों ने मध्यमार्गी और निर्दलीय प्रत्याशियों को करारी मात दे दी और अधिकांश सीटों पर अपना कब्जा कर लिया। नए नियमों के मुताबिक, इस बार 70 के बजाय 90 सीटों पर मतदान हुआ।
चुनाव कानून में बदलाव के बाद लोकतंत्र समर्थकों की मौजूदगी नदारद
चीन ने चुनाव पूर्व जो कानून संशोधन किया उसमें सिर्फ देशभक्त लोग ही शहर चला सकते हैं और उन्हें ही चुनाव लड़ने योग्य माना गया। इसलिए लोकतंत्र समर्थकों की मौजूदगी इन चुनावों में नदारद रही। चीन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कानून पारित किया था कि सिर्फ बीजिंग के प्रति निष्ठा रखने वाले लोग ही हांगकांग प्रशासन संभालें। रविवार को हुए पहले चुनाव के नतीजे सोमवार को घोषित हुए, जिनमें में बीजिंग के विश्वासपात्र उम्मीदवारों ने अधिकतर सीटों पर जीत दर्ज की है।
हांगकांग की नेता और चीन समर्थक कैरी लैम ने कहा कि वह 30.2 प्रतिशत मतदान होने के बावजूद वे संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया, मतदान के लिए पंजीकरण कराने वाले मतदाताओं में मताधिकार का प्रयोग करने वालों की संख्या 92.5 प्रतिशत थी जो वर्ष 2012 और 2016 के चुनाव के मुकाबले अधिक है।
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