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डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से ही इसमें काफी मजबूती आनी शुरू हो गई थी।
अमेरिका और भारत के बीच विभिन्न मुद्दों पर संबंधों को मजबूत बनाने का प्रयास लगातार जारी है। इसी सूची में इस सप्ताह अमेरिका के डिपार्टमेंट आफ जस्टिस सिविल डिविजन कंज्यूमर प्रोटेक्शन ब्रांच के डिप्टी असिसटेंट जनरल अरुण जी राव और एफबीआई के अधिकारी दिल्ली में सेंट्रल ब्यूरो आफ इंवेस्टिगेशन के अधिकारियों से मुलाकात की है। ये मुलाकात कानून प्रवर्तन सहयोग को मजबूत करने के लिए थी। इसकी जानकारी यूएस डिपार्टमेंट आफ जस्टिस ने दी है। ये मुलाकात दिल्ली में हुई है।
डिपार्टमेंट आफ जस्टिस की तरफ से बताया है कि इस मुलाकात और बैठक का मकसद टेलीमार्केटिंग के जरिए होने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगाना है। इस दौरान दोनों देशों ने विशेष रूप से साइबर सक्षम वित्तीय धोखाधड़ी और अंतरराष्ट्रीय रोबोकॉल और संचार सहित वैश्विक टेलीमार्केटिंग धोखाधड़ी की जांच और रोकथाम के प्रयासों के संबंध में अपराध का मुकाबला करने में सहयोग को मजबूत करने के लिए अपने साझा प्रतिबद्धताओं की पुष्टि की।
इस दौरान दोनों ही तरफ से तकनीक आधारित अपराधों को रोकने और जानकारियों को तेजी से एक दूसरे को साझा करने और दोनों को ही सबूतों को साझा करने, नागरिकों को नियमानुसार और कानून के अनुसार सुरक्षा प्रदान करने पर भी चर्चा हुई।
दोनों तरफ से इस तरह से संबंधो को मजबूत बनाने से अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिल सकेगी। आपको बता दें कि बदलते दौर में अपराधी अपराध करने के लिए तकनीक का बड़े स्तर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच इस तरह के सहयोग से और जानकारियों को आपस में तेजी से साझा करने से भी इस तरह के अपराधों पर लगाम लगा पाना संभव होगा। मौजूदा समय में टेलीमार्केटिंग के जरिए अपराध भी काफी बढ़ गए हैं, जिसको इस तरह से रोकपाना संभव होगा। गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के बीच लगातार संबंध मजबूत हो रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से ही इसमें काफी मजबूती आनी शुरू हो गई थी।
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