विश्व

श्रीलंका में आर्थिक संकट गंभीर, 25 टन दवाएं लेकर कोलंबो पहुंचा भारतीय युद्धपोत

Subhi
28 May 2022 1:25 AM GMT
श्रीलंका में आर्थिक संकट गंभीर, 25 टन दवाएं लेकर कोलंबो पहुंचा भारतीय युद्धपोत
x
चीन की दादागिरी रोकने के लिए क्वाड ने इंडो-पैसिफिक एरिया में काम शुरू कर दिया है. चीन के कर्ज जाल में फंसे श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) को बाहर निकालने के लिए भारत ने उसे शुक्रवार को बड़ी आर्थिक सहायता भेजी.

चीन की दादागिरी रोकने के लिए क्वाड ने इंडो-पैसिफिक एरिया में काम शुरू कर दिया है. चीन के कर्ज जाल में फंसे श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) को बाहर निकालने के लिए भारत ने उसे शुक्रवार को बड़ी आर्थिक सहायता भेजी. बड़ी बात ये है कि इस पूरे अभियान में भारत एक लीडर की भूमिका निभा रहा है, जिसकी श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रम सिंघे ने भी तारीफ की है.

25 टन दवाएं लेकर कोलंबो पहुंचा भारतीय युद्धपोत

करीब 260 मिलियन रुपये मूल्य की 25 टन दवाओं की खेप लेकर भारतीय नौसेना का जहाज INS Gharial शुक्रवार को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो पहुंचा. श्रीलंका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त विनोद के. जैकब ने यह खेप श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री Keheliya Rambukwella को सौंपी. उच्चायोग ने बताया कि श्रीलंका को आर्थिक मदद तेज करने और जल्द आपूर्ति पहुंचाने के लिए भारत ने मिशन सागर IX के तहत 5600 टन सामान ले जाने की क्षमता वाले आईएनएस घड़ियाल को तैनात किया है.

गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है श्रीलंका

दरअसल गंभीर आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) की वजह से श्रीलंका सरकार के पास विदेशी मुद्रा का भंडार खत्म हो गया है, जिसके चलते वह विदेशों से दवाई, अनाज, तेल समेत दूसरी जरूरी चीजें मंगाने में लाचार हो गया है. इसके चलते वहां पर मरीजों के ऑपरेशन भी स्थगित किए जा रहे हैं. वहां के अस्पतालों और दूसरे संगठनों के अनुरोध पर भारत ने दान के रूप में ये दवाइयां श्रीलंका भेजी हैं. इससे पहले भी 29 अप्रैल को आईएनएस घड़ियाल ने दवाइयों की बड़ी खेप श्रीलंका पहुंचाई थी.

श्रीलंका के पीएम ने जताया भारत का आभार

जनवरी के बाद से अब तक भारत अपने इस दक्षिणी पड़ोसी देश को 3.5 बिलियन डॉलर से अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान कर चुका है. घोर संकट के इस काल में बड़ा भाई बनकर मदद कर रहे भारत की सक्रिय भूमिका का श्रीलंका की जनता और सरकार पर बड़ा असर पड़ा है.

श्रीलंका के प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार रात ट्वीट कर कहा, 'मैंने आज भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत की. मैंने इस कठिन अवधि के दौरान भारत द्वारा दिए गए समर्थन के लिए हमारे देश की ओर से सराहना व्यक्त की. मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की आशा करता हूं.'

क्वाड देशों की भूमिका की भी सराहना

PM ने भारत के अलावा क्वाड देशों का भी आभार जताया. उन्होंने कहा कि क्वाड देशों ने श्रीलंका को आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) से निकालने के लिए इंटरनेशनल कंसोर्टियम बनाने का जो फैसला लिया है, वह एक अच्छा कदम है. इससे अपनी आजादी के बाद सबसे बुरे दौर का सामना कर रहे श्रीलंका को संकट से बाहर आने में मदद मिलेगी. इस अभियान में बड़ी पहल करने के लिए उन्होंने भारत और जापान का विशेष रूप से शुक्रिया किया.


Next Story