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पड़ोसी से प्रेम करें और हर दीन-दु:खी में उसी भगवान के दर्शन करें। प्रभु सबको सुखी, समृद्ध एवं स्वस्थ रखें।
ईसाई समाज रविवार को प्रभु ईसा मसीह के मृत्यु के तीसरे दिन पुनर्जीवित होने का महापर्व ईस्टर संडे मनाएगा। लोगों का विश्वास है कि प्रभु ईसा मसीह गुड फ्राइडे (शुक्रवार) को क्रूस की घोर कष्टदायी मृत्यु सहकर इस दुनिया के लिए बलिदान हो गए। उसी दिन उनके शव को सलीब से उतारकर निकटवर्ती समाधि में दफना दिया गया।
ईस्टर की पूर्व संध्या पर शनिवार को भक्तिमय वातावरण में ईस्टर जागरण की विशेष पूजा, प्रार्थनाएं व धार्मिक अनुष्ठान किए गए। निष्कलंक माता महागिरजाघर में महाधर्माध्यक्ष डा. राफी मंजलि, सेंट जार्जेज कैथेड्रल चर्च में बिशप पीपी हाबिल और सेंट्रल मैथोडिस्ट चर्च में पादरी सिल्वेस्टर मैसी ने प्रार्थना कराई व प्रवचन दिए। सेंट मैरी चर्च प्रतापपुरा में फादर स्टीफन व फादर मून लाजरस, सेंट जूड चर्च कौलक्खा में फादर शिजु, सेंट थामस चर्च शास्त्रीपुरम में फादर डेनिस डिसूजा ने ईस्टर का संदेश दिया। फादर मून लाजरस ने संदेश में कहा कि मृत्यु अवश्यंभावी है। जो इस संसार में आया है, उसे एक दिन इस दुनिया से जाना ही है, लेकिन मृत्यु के बाद अनंत जीवन या स्वर्गलोक उन्हीं को मिलेगा, जो इस जीवन में नेकी और दूसरों की मदद करेंगे। ईस्टर पर पुरोहित मसीही विश्वासियों के घरों व संस्थाओं पर पवित्र जल छिड़ककर उन्हें पवित्र करेंगे। क्रिश्चियन समाज सेवा सोसायटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने बताया कि कोरोना संबंधी गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रार्थना सभाएं हुईं। ईस्टर, प्रभु ईसा मसीह द्वारा मृत्यु पर विजयी होने का पर्व है। अंधकार पर ज्योति, असत्य पर सत्य और मृत्यु पर अमर जीवन का प्रतीक है। कोरोना काल में हमें दु:खी, पीड़ित, भूखे और इलाज से रहित मानव की सहायता व सेवा करनी है।
राफी मंजलि, महाधर्माध्यक्ष आगरा महाधर्मप्रांत प्रभु ईसा ने मानव रूप धारण कर संसार का उद्धार किया। संसार को पाप, बुराई और मृत्यु के बंधन से मुक्त किया। पड़ोसी से प्रेम करें और हर दीन-दु:खी में उसी भगवान के दर्शन करें। प्रभु सबको सुखी, समृद्ध एवं स्वस्थ रखें।
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