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सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं, जिसके चलते भूकंप आता है।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। काठमांडू में शनिवार तड़के 4.7 तीव्रता का भूकंप आया। जिससे कई लोगों की नींद उड़ गई और उन्हें घर से बाहर भागने पर मजबूर होना पड़ा। बता दें कि राष्ट्रीय भूकंप केंद्र द्वारा काठमांडू में भूकंप के झटके रात 2 बजकर 36 मिनट पर दर्ज किए गए। जिसका केंद्र राजधानी शहर से 15 किमी पूर्व में भक्तपुर जिले में था।
काठमांडू और आसपास के इलाकों में महसूस किए गए झटके
An earthquake of magnitude 3.7 occurred at around 12.37am, 64km SSE of Pahalgam, Jammu and Kashmir,: National Center for Seismology pic.twitter.com/63Pk3xWGUd
— ANI (@ANI) June 10, 2022
दरअसल, भूकंप काठमांडू घाटी और उसके आसपास के इलाकों में महसूस किया गया। हालांकि, घटना के तुरंत बाद जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि इस भूकंप के झटकों ने उन्हें 2015 के विनाशकारी भूकंप की याद दिला दी।
भूकंप के झटकों से हिला जम्मू-कश्मीर का पहलगाम
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 रही। भूकंप मध्यरात्रि के बाद 12:37 बजे आया। अचानक आए भूकंप से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में दहशत फैल गई। नेशनल सेंटर फार सीस्मोलाजी (NCS) ने ट्वीट कर भूकंप की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भूकंप की तीव्रता 3.7 रही, जो देर रात 12 बजकर 37 मिनट और 48 सेकेंड पर दर्ज किया गया। जिसका केंद्र शहर से 5 किमी दूर था।
भूकंप आने की वजह
भूकंप के आने की वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फाल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं, जिसके चलते भूकंप आता है।
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