अमेरिका के अलास्का (Alaska Earthquake) में एक बार फिर भूकंप आया है. यहां सुबह 10 बजकर 47 मिनट पर भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, भूकंप अलास्का के एंड्रियानोफ द्वीप समूह के 681 किमी पूर्व उत्तर पूर्व (ईएनई) में आया था. अलास्का में भूकंप आना कोई नई बात नहीं है. दो दिन पहले भी यहां भूकंप आया था.
अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार रात दक्षिणी अलास्का में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया और एंकोरेज और आसपास के इलाकों में लोगों ने झटके महसूस किए. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (US Geological Survey) ने कहा कि भूकंप का केंद्र निनिलचिक में अलास्का के उत्तर-पश्चिम में 49 किलोमीटर या 30 मील की दूरी पर था. जबकि लोगों के घर एंकोरेज के दक्षिण-पश्चिम में 186 मील (299 किलोमीटर) की दूरी पर स्थित हैं. अलास्का भूकंप केंद्र ने कहा कि पूरे एंकोरेज और मात्सु घाटी में झटके महसूस किए गए. इसकी गहराई 73 मील (117.3 किलोमीटर) थी. अमेरिकी सुनामी चेतावनी सिस्टम ने कहा कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है. हालांकि, यूएसजीएस ने कहा कि भूकंप के बाद के झटके महसूस किए जा सकते हैं (Alaska Tsunami). इससे पहले जब टोंगा में समुद्र के भीतर ज्वालामुखी फटा, तब भी अलास्का खतरे में आ गया था. विस्फोट की आवाज अलास्का जितनी दूर तक सुनी गई थी. साथ ही सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी. अलास्का में 12 जनवरी को भी भूकंप आया था. भीषण भूकंप की तीव्रता 6.8 थी, साथ ही भूकंप के बाद के झटके भी महसूस किए गए. अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कई भूकंप का केंद्र उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में समुद्र के नीचे था.
जब यहां एक ही दिन में कई बार भूकंप आया, तब भूकंपविज्ञानी नतालिया रूपर्ट ने बताया कि लगातार इतने जोरदार भूकंप आना काफी असामान्य है. सबसे भीषण भूकंप देर रात करीब दो बजकर 36 मिनट पर महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता 6.8 थी और इसके कुछ मिनट बाद ही भूकंप के बाद के झटके भी महसूस किए गए. निकोल्स्की के दक्षिण-पूर्व में लगभग 40 मील (64 किलोमीटर) पर इसका केंद्र था. निकोल्स्की, अलास्का के उन्माक द्वीप पर रहने वाले 39 निवासियों का एक समुदाय है.