जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की एक अधिकारी ने अनुमान लगाया है कि हाल ही में आए भूकंपों की वजह से तुर्की में 15 लाख लोग बेघर हो गए हैं और देश में लगभग 5 लाख आवास इकाइयों का पुनर्निर्माण करना होगा। यूएनडीपी की तुर्की निवासी प्रतिनिधि लुइसा विंटन ने एक ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि देश की सरकार ने भूकंप से प्रभावित लगभग 70 प्रतिशत इमारतों का निरीक्षण किया था। इनमें से 118,000 इमारतों में 412,000 आवास इकाइयां ढह गई हैं या उन्हें गिराने की जरूरत है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि जिस मात्रा में मलबे को साफ करने की जरूरत है,
वह बहुत अधिक है और यूएनडीपी खतरनाक कचरे के खतरे को कम करने की कोशिश कर रहा है। विंटन के अनुसार पहले भूकंप के दो सप्ताह बाद इसे तुर्की के इतिहास की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने रविवार को पहले भूकंप के लिए खोज और बचाव चरण का समापन किया और भूकंप के लगभग 300 घंटे बाद अंतिम जीवित व्यक्ति को मलबे से निकाला गया। उन्होंने कहा कि सांस की बीमारियों, हैजा, हेपेटाइटिस ए और खसरा का खतरा बढ़ गया है। हाल के सप्ताहों में, तुर्की के दक्षिणी कहरामनमारस प्रांत में 6.4 से 7.7 की तीव्रता वाले भूकंपों ने तबाही मचाई है। भूकंप के झटके सीरिया के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए थे। मीडिया रिपोटरें के अनुसार दोनों देशों में अनुमानित 47,000 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।